कर्नाटक में कांग्रेस की जीत से नीतीश की विपक्षी एकता की मुहिम को होगा फायदा?जेडीयू ने दिया जवाब
जेडीयू के वरिष्ठ नेता व सांसद बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि कर्नाटक चुनाव परिणाम ने यह बताया कि भाजपा अपराजेय नहीं है। अगर देश की विपक्षी पार्टियां एकजुट हो जाएं तो भविष्य में बहुत बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता की जो मुहिम शुरू की है, इस चुनाव परिणाम से उस मुहिम को और बल मिलेगा। कहना गलत नहीं होगा कि यह चुनाव परिणाम उस मुहिम पर भी मुहर है।जदयू मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में राज्यसभा सांसद ने कहा कि कर्नाटक चुनाव परिणाम ने स्पष्ट संदेश दिया है।कि धार्मिक उन्माद और भावनात्मक मुद्दों के आधार पर देश नहीं चल सकता है। यह देश बहुत बड़ा है। यहां आम आदमी की जरूरतें और उसके जीवन के सामने जो चुनौतियां हैं, वही सबसे बड़ा मुद्दा है। कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस को जीताकर स्पष्ट संकेत दे दिया है कि आज देश में जिस ढंग से सरकार चल रही है, वह देश को स्वीकार नहीं है।वहीं वित्त मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा कि नतीजों से स्पष्ट है कि कर्नाटक की जनता भाजपा के भ्रष्ट शासन से त्रस्त थी। इसके अलावा भी अपना राजनीति में घसीटे जाने से भगवान भी नाराज होते हैं। प्रधानमंत्री स्वयं अपने चुनावी संबोधनों की शुरुआत बजरंगबली के जयकारे से करके वोटों के ध्रुवीकरण का लक्ष्य साधना चाह रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने तो जैसे भगवान का नाम लेने का पेटेंट ही करा लिया है। जितने क्विंटल फूलों की पंखुरियां प्रधानमंत्री ने अपने ऊपर एवं कर्नाटक की सड़कों पर लुटाईं, शायद उतनी सीटें भी नहीं मिल सकीं।