2025 में बरकरार रहेगा नीतीश और सम्राट की जोड़ी!राजद में कम हुआ जगदानंद सिंह का वर्चस्प!
![2025 में बरकरार रहेगा नीतीश और सम्राट की जोड़ी!राजद में कम हुआ जगदानंद सिंह का वर्चस्प!](https://www.aagaazfirstnews.com/wp-content/uploads/2024/11/IMG-20241124-WA0007-750x465.jpg)
बिहार में एनडीए की जीत और इंडिया गठबंधन की हार हो गयी. शनिवार को आए बिहार उपचुनाव का परिणाम 2025 के लिए एक संकेत है. इंडिया गठबंधन और एनडीए दोनों ने बाहुबलियों और परिवारवाद का दांव खेला लेकिन एनडीए को सफलता मिली और इंडिया गठबंधन की हार हो गयी. जनता ने नीतीश कुमार और पीएम मोदी की जोड़ी पर मुहर लगाने का काम किया।उपचुनाव में इस जीत से एनडीए को 2025 में काफी फायदा होने वाला है. राजनीतिक विश्लेषक भी इस बात को मानते हैं. डॉ. संजय कुमार का मानना है कि एनडीए ने उपचुनाव में चारों सीटों पर जीत हासिल की है।
![2025 में बरकरार रहेगा नीतीश और सम्राट की जोड़ी!राजद में कम हुआ जगदानंद सिंह का वर्चस्प! 1 1000431255](https://www.aagaazfirstnews.com/wp-content/uploads/2024/11/1000431255.jpg)
भाजपा को दो सीटों पर जीत हासिल हुई, जदयू और हम पार्टी ने एक-एक सीट पर जीत हासिल हुई. जनता ने मोदी और नीतीश की जोड़ी को एक बार फिर समर्थन किया है. यह नतीजे ने 2025 विधानसभा चुनाव की पटकथा लिख दी।राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के समक्ष प्रत्याशियों की चयन बड़ी चुनौती थी. एनडीए ने जोखिम उठाकर प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था. तरारी में भाजपा ने जहां बाहुबली नेता सुनील पांडे के पुत्र विशाल प्रशांत को मैदान में उतर वहीं, जदयू ने बाहुबली नेता बिंदी यादव की पत्नी को मैदान में उतारा।इमामगंज विधानसभा सीट पर जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी को मैदान में उतर गया तो विपक्ष ने परिवारवाद के मुद्दे पर एनडीए को घेरा. रामगढ़ सीट पर भाजपा ने पूर्व विधायक अशोक सिंह को मैदान में उतारा, अशोक सिंह के करीबी रिश्तेदार की गिरफ्तारी ठीक चुनाव से पहले हुई थी. विपक्ष ने इसे भी मुद्दा बनाया था. जोखिम उठाकर एनडीए ने दोनों उम्मीदवार को मैदान में उतारा और प्रयोग सफल रहा।