1 अक्टूबर से शिक्षकों के लिए ऑनलाइन अटेंडेंस बनाना हुआ अनिवार्य,नीतीश सरकार ने उठाई बड़ी कदम
बिहार अब बदलाव की ओर बढ़ रहा है और नीतीश कुमार लगातार यह कोशिश करते हुए नजर आ रहे हैं की अपने राज्य को कैसे डिजिटल किया जाए।इसी क्रम में अब शिक्षा विभाग को भी नए तरीके से दुरुस्त करने के लिए पूरी कोशिश शुरू हो चुकी है।दरअसल में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने ई शिक्षकोष एप्लीकेशन पर ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं बनाने वाले शिक्षकों को चेतावनी जारी की है. उन्होंने कहा है कि 1 अक्टूबर से जिनका एप्लीकेशन पर ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं बनेगा, उनका वेतन रुकेगा. इस संबंध में उन्होंने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है. इसमें यह भी कहा है कि सभी शिक्षक 1 सितंबर को एप्लीकेशन को अपडेट कर लेंगे. एप्लीकेशन में अटेंडेंस बनाने को लेकर नए विकल्प जोड़े गए हैं।शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने कहा है कि सभी शिक्षक 1 सितंबर को अपने एंड्रॉयड फोन के गूगल प्ले स्टोर से ई शिक्षाकोष एप्लीकेशन को अनिवार्य रूप से अपडेट करेंगे. अब शिक्षकों को अटेंडेंस बनाने के लिए दो विकल्प मिलेंगे, जिसमें स्कूल एडमिन का नया विकल्प दिया गया है।
पूर्व की तरह प्रधानाध्यापक और शिक्षक स्वयं के मोबाइल से अपना अटेंडेंस बना सकते हैं।इसके अलावा नए विकल्प के तहत विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा स्कूल एडमिन के माध्यम से प्रधानाध्यापक और शिक्षक की उपस्थिति दर्ज की जा सकती है. अटेंडेंस बनाने के क्रम में मार्क अटेंडेंस बटन दबाने के बाद विद्यालय प्रांगण में हाजिरी दिखाने के लिए विद्यालय प्रांगण से फोटो खींचकर एप्लीकेशन पर अपलोड करना है. यदि कोई शिक्षक विद्यालय प्रांगण से बाहर ड्यूटी में हैं तो उसके लिए भी अटेंडेंस में प्रबंध है।शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने कहा है कि अभी के समय एप्लीकेशन पर प्रतिदिन लगभग 4.50 लाख शिक्षक और प्रधानाध्यापक उपस्थित ऑनलाइन दर्ज कर रहे हैं. यह लगभग 80 फ़ीसदी के करीब है. कई शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति नहीं दर्ज कर पा रहे हैं, उनके लिए स्कूल एडमिन का विकल्प जोड़ा गया है।