राजधानी दिल्ली में घटी युवा मतदाताओं की संख्या,50 पार वाले मतदाताओं में आई 4 % से अधिक की वृद्धि

राजधानी में बीते लोकसभा चुनाव की तुलना में मतदाताओं की संख्या सात लाख से अधिक बढ़ी है, लेकिन इस बार 18 से 49 वर्ष तक के मतदाताओं की संख्या में 4.64 फीसदी की कमी आई है। बीते लोकसभा चुनाव में 18 से 49 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 1.05 करोड़ थी जो इस बार 1.04 करोड़ है। वहीं, 50 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या बीते लोकसभा चुनाव की तुलना में 4.65 प्रतिशत तक बढ़ी है।दिल्ली में 22 अप्रैल तक कुल मतदाताओं की संख्या 1,51,02,161 दर्ज की गई है। इसमें सबसे अधिक 30 से 39 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 27.61 फीसदी है। दूसरे नंबर पर 40 से 49 वर्ष मतदाताओं की संख्या 23.03 फीसदी है। तीसरे नंबर पर 18 से 29 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 18.65 फीसदी है। वहीं, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में कुल 1,43,16,453 मतदाता थे, जिसमें 49 वर्ष से कम आयु वाले मतदाताओं की संख्या 1,05,86,668 थी। 18 से 49 वर्ष वाले मतदाताओं की संख्या लगभग 73.94 फीसदी थी। इस बार के चुनाव में 18 से 49 वर्ष वाले मतदाताओं की संख्या में बीते चुनाव की तुलना में 4.64 फीसदी की कमी आई है। निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि मतदान सूची में नाम शामिल कराने का अंतिम दिन 26 अप्रैल था। 22 अप्रैल तक दिल्ली में मतदाताओं की संख्या 1.51 करोड़ है। इसमें 26 अप्रैल तक का डाटा भी शामिल किया जाएगा। ऐसे में मतदाताओं की संख्या में और बढ़ोतरी होगी।दिल्ली में 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले मतदाताओं की संख्या 30.69 फीसदी है। इनमें सबसे ज्यादा 50-59 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 15.50 फीसदी है। वहीं, 60-69 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 8.63 फीसदी और 70-79 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 4.92 फीसदी है। 80 से अधिक उम्र वाले मतदाताओं की संख्या 1.63 फीसदी है।