तेजस्वी यादव ने मंच से सुनाया पीएम मोदी का रिकॉर्डिंग,कहा-वही बोलो जो कर सको
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पीएम मोदी पर लगातार हमला बोल रहे हैं. वो एक-एक कर पीएम मोदी के तमाम किए वादों पर सवाल उठा रहे हैं, जो पूरे नहीं हुए. अपनी हर सभा में वो कहते हैं कि पीएम झूठ बोलते हैं और उनके झूठ से जनता ऊब चुकी है. इस बार तो उन्होंने हद कर दी. दरअसल तेजस्वी यादव ने बुधवार (1 मई) को अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट किया है, जिसमें लिखा है कि मंगलवार को चुनावी सभा में एक साथी ने उन्हें स्पीकर पर मोदी के वादों की पूरी फेहरिस्त सुनाई. जिसे उन्होंने शेयर कर सुनने के लिए कहा है. उनके इस वीडियो को यूजर खूब सुन रहे हैं और तेजस्वी की तारीफ भी कर रहे हैं कि क्या आइडिया निकाला है, सत्ता पक्ष को लपेटने का. एक यूजर ने लिखा, ‘शानदार तेजस्वी जी. क्या जबरदस्त तरीका निकाला है धोने का’ साथ में पीएम मोदी की सिर पकड़े हुए फोटो भी डाली है. तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, “कल चुनावी सभा में एक साथी ने Portable Bluetooth Speaker लाकर दिया. इसमें क्या है? यह आप भी सुनिए और औरों को सुनाइये. प्रधानमंत्री जी द्वारा 10 वर्षों में किए गए वादे अब जनता Speaker पर सुन और सुना रही है। इतना झूठ बोला गया है कि अब समेटें नहीं सिमट पा रहा है.”आगे उन्होंने लिखा है, “जनता का ध्यान भटकाने के लिए ये लोग कुछ भी बोल और कर सकते हैं. सार्वजनिक जीवन में इतने बड़े पद पर रहकर इतना अधिक झूठ नहीं बोलना चाहिए. वही बोलो जो कर सको.” तेतेजस्वी यादव के इस ट्वीट में जो वीडियो शेयर की गई है उसमें तेजस्वी यादव खुद ब्लू टूथ लेकर माइक पर लोगों को पीएम की आवाज सुनाते नजर आ रहे हैं और सामने सभा में मौजूद लोग हंसते हुए सुनाई पड़ रहे हैं. हालांकि ये वीडियो कहां की सभा का है, उसका जिक्र तेजस्वी यादव ने नहीं किया है. बहरहाल तेजस्वी यादव बिहार में बीजेपी का डट कर सामना करने का ऐलान पहले ही कर चुके हैं. अपने चाचा नीतीश कुमार से भी उन्होंने कहा था कि अब आपका भतीजा बीजेपी को बिहार में रोकेगा, आप तो कर नहीं पाए.ये बात तेजस्वी ने उस समय कही थी जब चुनाव से पहले सीएम नीतीश ने पाला बदला था और आरजेडी को छोड़कर बीजेपी के साथ प्रदेश में एनडीए की सरकार बना ली थी. अब जबकि लोकसभा चुनाव का दौर चल रहा है तो तेजस्वी यादव एनडीए और खासकर पीएम मोदी पर निशाना साधने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. हालांकि आरजेडी नेता का इस तरह मजबूती से सत्ता पक्ष को घेरने का फायदा कितना होगा या जनता पर इसका असर क्या होगा ये तो समय ही बताएगा।