पार्टी नेताओं को रास नहीं आ रहा है सोनिया और खरगे का फैसला,अयोध्या का न्योता ठुकराना कांग्रेस को पड़ेगा भारी!

कांग्रेस हाईकमान ने राम मंदिर का न्योता ठुकरा दिया है, जिसके बाद पार्टी में असंतोष के सुर सुनाई देने लगे हैं। कांग्रेस के कई सीनियर नेताओं ने न्योता ठुकराने के फैसले के खिलाफ खुलकर विरोध जाहिर करना शुरू कर दिया है। सबसे पहले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने फैसले को कांग्रेस के लिए आत्मघाती बताया अब गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पोरबंदर से विधायक अर्जुन मोढ़वाडिया ने भी कांग्रेस हाईकमान के फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मोढवाडिया ने कहा है कि यह देशवासियों की आस्था और विश्वास का विषय है।

कांग्रेस को ऐसे राजनीतिक निर्णय लेने से दूर रहना चाहिए था।गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर ने भी हाईकमान को नसीहत दी है कि उन्हें जनभावनाओं का सम्मान करना चाहिए। डैमेज कंट्रोल के तौर पर दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ये शंकराचार्यों के हिसाब से नहीं हो रहा है, बीजेपी उनका अपमान कर रही है।कांग्रेस की टॉप लीडरशिप ने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकरा दिया है। ये साफ कर दिया है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, इनमें से कोई भी 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जाएगा। तीनों नेताओं ने ये फैसला लेने में दो हफ्ते से ज्यादा का वक्त लगा दिया।कांग्रेस हाईकमान अयोध्या का निंमत्रण ठुकरा रही है तो एमपी में पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ उस अभियान में लगे हैं जो पार्टी लाइन के मुताबिक नहीं है। नकुल नाथ ने वीडियो जारी करते हुए लिखा, ”4 करोड़ 31 लाख राम नाम लिखकर छिंदवाड़ा इतिहास रचने जा रहा है। आज उसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय कमलनाथ जी के साथ सिमरिया हनुमान मंदिर पहुँचकर पत्रक में राम नाम लिखा। आप सभी से अपील करता हूँ कि इस ऐतिहासिक कार्य में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करें।” इस वीडियो में कमलनाथ और नकुलनाथ दोनों नजर आ रहे हैं।