न टोपी वाले ओवैसी-न दाढ़ी वाले अजमल, INDIA गठबंधन में मुसलमानों का मसीहा कौन?

भारतीय राजनीति में अक्सर ये सवाल पूछा जाता है कि मुसलमानों का सियासी मसीहा कौन है और देश में मुस्लिम पॉलिटिक्स क्या है? 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के खिलाफ 26 विपक्षी दलों ने मिलकर ‘INDIA’ गठबंधन बनाया है. इसके गठन के साथ ही यह सवाल उठे कि मुस्लिम आधारित पार्टियों को जगह नहीं मिली. विपक्षी गठबंधन में न ही असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM को एंट्री दी गई और न ही बदरुद्दीन अजमल की AIUDF को. ओवैसी ने INDIA पर मुसलमानों की पॉलिटिक्स की अनदेखी का आरोप लगाया. ऐसे में सवाल उठता है कि ओवैसी और अजमल की गैर-मौजूदगी में ‘INDIA’ के पास ऐसे कौन से चेहरे हैं, जो मुस्लिम मतदाताओं को साधने की ताकत रखते हैं? दरअसल आपको बताते चलें कि AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और AIUDF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल भी चाहते थे कि बीजेपी के खिलाफ बनने वाले गठबंधन में उन्हें शामिल किया जाए. विपक्षी गठबंधन INDIA के गठन से पहले बदरुद्दीन अजमल ने पटना जाकर सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी और गठबंधन में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी.
मुस्लिम मतदाताओं के एक तबके का झुकाव ओवैसी और अजमल की तरफ हुआ है, क्योंकि दोनों ही मुस्लिम दलों का एजेंडा मुस्लिम प्रतिनिधित्व को बढ़ाने और अपनी लीडरशिप को खड़े करने की है.