महाराष्ट्र में कांग्रेस कभी बड़े भाई की हैसियत में थी,आज NCP के आगे पानी भर रही है-बीजेपी का हमला

महाराष्ट्र में 147 कृषि उत्पन्न बाजार समितियों के रिजल्ट सामने आ गए हैं. इस चुनाव परिणाम के मुताबिक बीजेपी महाराष्ट्र की नंबर वन पार्टी बन कर उभरी है. दूसरे नंबर पर एनसीपी को सीटें मिली हैं. लेकिन अब इस तस्वीर को थोड़ा ऐंगल बदल कर देखें तो महाविकास आघाड़ी की टोटल सीटें बीजेपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के गठबंधन की सीटों से बहुत ज्यादा हैं. यानी एमवीए अगर 2024 तक एक बनी रह जाती है और बीजेपी नए पार्टनर्स नहीं ढूंढ पाती है तो बीजेपी के लिए बहुत कठिन है। डगर लोकसभा और विधानसभा की.वही बता दें कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि चुनाव परिणाम से यह साफ है कि एनसीपी और कांग्रेस के बीच मतभेद कितने गहरे हैं. कई जगहों पर एनसीपी ने कांग्रेस को हराने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है. वही आपको बतातें चले कि इधर एनसीपी और कांग्रेस के इक्वेशन की तो यह बात किसी से नहीं छुपी कि दिल्ली का तख्त बीजेपी से छीनने की कोशिशों में कांग्रेस राज्यों में बाकी दलों के लिए सबकुछ कुर्बान करती हुई आई है. इससे वो कई राज्यों की राजनीति में अपना असर खोती चली गई.
महाराष्ट्र में एनसीपी ने कांग्रेस को काफी हद तक किनारे लगा दिया है. जबकि महाविकास आघाड़ी से पहले के कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन वाले दौर में 2004 का चुनाव भुला दें तो कांग्रेस हमेशा ही एनसीपी से आगे रहा करती थी.लेकिन अब ऐसा देखने को नही मिल रहा है।पहले हमेशा मुख्यमंत्री कांग्रेस का ही हुआ करता था और एनसीपी छोटे भाई की हैसियत में रहा करती थी.