राजद में हीं रहेंगे आनंद मोहन के बेटे चेतन,आनंद मोहन ले सकते हैं बड़ा निर्णय
पूर्व सांसद आनंद मोहन (Anand Mohan) को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि वो जेडीयू का दामन थामने वाले हैं. उनकी पत्नी लवली आनंद (Lovely Anand) और छोटे बेटे अंशुमान आनंद भी जेडीयू जॉइन कर सकते हैं. इन सबके बीच कयासों पर खुद अंशुमान आनंद ने विराम लगा दिया है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने साफ कह दिया कि अभी उनके भाई चेतन आनंद (Chetan Anand) या मां लवली आनंद का दूसरी पार्टी में जाने का कोई इरादा नहीं है. वहीं उन्होंने पिता का भी आगे का प्लान बताया.अंशुमान आनंद ने कहा कि जम हम लोगों को जरूरत थी तो आरजेडी का समर्थन मिला था, तो हमने भी साथ दिया. जब मां चुनाव लड़ रही थीं विधानसभा का तो अपने क्षेत्र में पांच दिन का समय उन्होंने दिया था।
तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए मां ने पूरे बिहार का दौरा किया था. कहा कि मेरी समझ से हम लोग जब पार्टी में घुसे थे तो परिवार की तरह घुसे थे, किसी किराएदार की तरह नहीं. हम लोग को जो स्नेह और प्यार मिला वो हम बरकरार रखेंगे.आगे अंशुमान आनंद ने कहा कि मेरे भाई (चेतन आनंद) विधायक हैं आरजेडी से और वो आरजेडी में ही रहेंगे. मां भी आरजेडी में रहेंगी. रही बात मेरे पिता की तो जनवरी में जैसी रैली होगी उसके अनुसार देखा जाएगा कि आगे क्या करना है. 27 अक्टूबर को पारिवारिक कार्यक्रम है. पिता आनंद मोहन के आमंत्रण पर नीतीश कुमार हमारे गांव पहुंचेंगे. दादाजी की मूर्ति का अनावरण होगा.इस सवाल पर कि नवंबर में रैली होने वाली थी अब बात आ रही है कि जनवरी में रैली होगी. इस पर अंशुमान आनंद ने कहा कि पहले पटना में एक मीटिंग है. इसमें वो लोग रहेंगे जिनको हमने जिलों में अपना पद दे रखा है. आगे महाराणा प्रताप को लेकर जो कार्यक्रम है उसकी तैयारी की बात होगी. उसके बाद आगे की रणनीति होगी. राजनीति में एंट्री के सवाल पर कहा कि मेरी उम्र उतनी नहीं है और हड़बड़ी भी नहीं है. जब भी राजनीति करनी होगी करेंगे. चुनाव लड़ने आदि की हड़बड़ी नहीं है. आरजेडी के साथ बीच में हुई बयानबाजी को लेकर अंशुमान आनंद ने कहा कि बीच में कुछ हुआ था. समझने में कुछ भूल हुई होगी, लेकिन अब सब ठीक है।