4-5 कुर्ते पायजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा,CBI की रेड पर बोले पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक

 4-5 कुर्ते पायजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा,CBI की रेड पर बोले पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक
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जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल के यहां सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) की रेड तब पड़ रही है जब वो अस्पताल में भर्ती हैं. सीबीआई की छापेमारी को लेकर मलिक ने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं. उन्होंने कहा कि पिछले 3-4 दिनों से मैं बीमार हूं और अस्पताल में भर्ती हूं. इसके बावजूद मेरे घर में छापे डलवाएं जा रहे हैं. मेरे पास 4-5 कुर्ते पायजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा.जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल मलिक ने कहा कि मेरे ड्राईवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है. मैं किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं. मैं किसानों के साथ हूं. बता दें कि CBI की टीम मलिक के घर सहित 30 अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. दरअसल, मलिक के घर जिन मामलों में रेड डाली जा रही है, वह मामला कीरू हाइड्रो प्रोजेक्ट से जुड़ा है.उन्होंने आगे कहा कि मैंने भ्रष्टाचार में शामिल जिन व्यक्तियों की शिकायत की थी की उन व्यक्तियों की जांच ना करके मेरे आवास पर CBI द्वारा छापेमारी की गई है. मेरे पास 4-5 कुर्ते पायजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा. तानाशाह सरकारी एजेंसियों का गलत दुरुपयोग करके मुझे डराने की कोशिश कर रहा है. मैं किसान का बेटा हूं, ना मैं डरूंगा, ना झुकूंगा.किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट का मामला 2200 करोड़ रुपए के सिविल कार्य के लिए ठेके प्रदान करने में कथित भ्रष्टाचार से संबंधित है. मलिक ने दावा किया था कि 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 के दौरान जब वो जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, इस दौरान उनसे दो फाइल को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी.सीबीआई ने मलिक द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में दो एफआईआर दर्ज की थीं. एजेंसी ने चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स पावर लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी और अन्य पूर्व अधिकारियों एम एस बाबू, एम के मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा और पटेल के खिलाफ मामला दर्ज किया था.आरोप लगाया गया कि कीरू हाइड्रो प्रोजेक्ट से संबंधित सिविल कार्यों के आवंटन में ई-टेंडरिंग के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया गया. इसके अलावा ये भी आरोप है कि सीवीपीपीपीएल की 47वीं बोर्ड बैठक में निर्णय लिया गया था कि रिवर्स ऑक्शनिंग के साथ ई-टेंडरिंग के माध्यम फिर से क्रॉन्ट्रैक्ट आवंटित किया जाएगा. लेकिन सीवीपीपीपीएल की 48वीं बोर्ड बैठक में पिछली मीटिंग के निर्णय को पलट दिया गया.कीरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में स्थित चिनाब नदी पर प्रस्तावित है. मोदी कैबिनेट ने साल 2019 में चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड को इस प्रोजेक्ट के निर्माण के लिए निवेश की मंजूरी दी थी. इस परियोजना का निर्माण कार्य अभी प्रगति पर है. इसके साल 2025 में पूरा होने की उम्मीद है. इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में 4287.59 करोड़ रुपये का खर्ज आएगा।

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