15 सालों में ऐसा क्यों नहीं किया?तेजस्वी पर हमलावर हुए प्रशांत किशोर
 
            
      बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले राजनीतिक दलों ने एक-दूसरे पर हमले तेज कर दिए हैं. इस बार जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने राजद और नीतीश-भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राजद लड़ाई में नहीं है. बिहार चुनाव में असली लड़ाई जन सुराज और एनडीए के बीच है.जन सुराज पार्टी संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा, महागठबंधन के नाम पर बिहार में लूट की लड़ाई चल रही है. कौन कितना लूट सके और कितना ज्यादा सीट ले सके. किसी को भी मालूम नहीं है, जब चुनाव हो जाएगा और गलती से ये लोग जीत गए तो ये कहां रहेंगे. कौन किधर भागेगा, किसी को भी पता नहीं है. जिसको भी सरकार में मौका मिलेगा वो उधर ही भाग जाएगा. इसलिए इस ठगबंधन में मत पड़िए.प्रशांत किशोर ने कहा, मैं पहले से कह रहा हूं जो राजद के जो लोग वो बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं. कोई ये नहीं पूछ रहा है कि 15 साल तक आपके माता-पिता बिहार के मुख्यमंत्री रहे और यहां राजद की सरकार थी. इस दौरान बिहार की ये दुर्दशा क्यों हुई? राजद सरकार में इतनी चोरी हुई कि आदमी का बात छोड़िए ये जानवरों तक का चारा खा गए. आज वो आदमी और दल ये कह रहा है कि हम बिहार में आएंगे तो सुधार कर देंगे. तो राजद वालों 15 सालों में ऐसा क्यों नहीं किया?

प्रशांत किशोर कहा कि इसीलिए हम कहते हैं, राजद की हालत आज एक बूढ़े शेर की तरह है. शेर जब बूढ़ा हो जाता है और शिकार नहीं कर पाता है तब वह अपने पास सोने का कंगन रखता है. ताकि कोई सोने का कंगन देखकर उसके पास आए और वह उसे पकड़कर खा जाए. उन्होंने कहा कि राजद-जंगलराज वाले बड़े-बड़े वादे करके एक बार फिर बिहार के लोगों से वोट हासिल कर सत्ता पाना चाहते हैं. जिसके बाद फिर से अपहरण, रंगदारी और गुंडागर्दी चालू की जा सके. इसलिए राजद को कोई वोट देने वाला नहीं है.अपने संबोधन के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि असल लड़ाई जन सुराज और नीतीश-भाजपा एनडीए में है. एनडीए के भ्रष्टाचार और इनकी नीतियों से बिहार के लोगों का जो नुकसान हुआ है. बिहार के बच्चे जो बाहर जाकर 10 से 15 हजार रुपये की मजदूरी करने के लिए मजबूर हैं. उन्होंने जनता से कहा कि इसे बदलने के लिए हर हालत में नीतीश-भाजपा एनडीए को हराइए.

 
       
                      
                     