EVM-VVPAT पर कोर्ट के फैसले पर बोले पीएम मोदी,बैलेट पेपर और पोलिंग बूथ लूटने वालों को लगा है गहरा झटका

 EVM-VVPAT पर कोर्ट के फैसले पर बोले पीएम मोदी,बैलेट पेपर और पोलिंग बूथ लूटने वालों को लगा है गहरा झटका
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लोकसभा चुनाव (Lok sabha Election 2024) के तीसरे चरण के तहत प्रचार जोरों पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरे चरण के तहत बिहार के अररिया में रैली को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने EVM-VVPAT पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि EVM-VVPAT पर सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है वो कांग्रेस और INDI गठबंधन के चेहरे पर तमाचे जैसा है. ये वही लोग हैं जो इस सिस्टम पर सवाल उठा रहे थे. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने तमाम याचिकाओं को खारिज करते साबित कर दिया कि लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने वाले ऐसी याचिकाओं का कोई मतलब नही है. पीएम मोदी ने अररिया में दिए अपने संबोधन में कहा कि आपका ये सेवक और यहां बिहार में हमारे नीतीश जी और उनकी पूरी टीम, पूरी शक्ति से काम कर रहे हैं. आरजेडी और कांग्रेस के इंडी गठबंधन को ना देश के संविधान की परवाह है और ना ही लोकतंत्र की परवाह है. ये वो लोग है जिन्होंने दशकों तक बैलेट पेपर के बहाने गरीबों का अधिकार छीना. पहले पोलिंग बूथ और बैलेट पेपर लूट लिए जाते थे. बिहार के लोग साक्षी हैं कि कैसे आरजेडी और कांग्रेस के शासन में बैलेट पेपर लूटे जाते थे. इतना ही नहीं गरीबों को वोट डालने के लिए घर से बाहर तक नहीं निकलने दिया जाता था. उन्होंने आगे कहा कि अब जब गरीबों को देश के ईमानदार मतदाता को ईवीएम की ताकत मिली है. तो ये लोग जो चुनाव के दिन लूट चलाते थे, इन लोगों से ये भी बर्दास्त नहीं हो रहा था. अभी भी वो परेशान हैं. इसलिए उनका दिन रात यही काम रहता है कि कैसे भी करके ईवीएम हटना चाहिए. यही उनका खेल चल रहा है. INDI गठबंधन के हर नेता ने ईवीएम को लेकर जनता के मन संदेह पैदा करने का पाप किया है. आज देश के लोकतंत्र की ताकत देखिए कि आज सुप्रीम कोर्ट ने मतपेटियों को लूटने के इरादा रखने वाले लोगों को गहरा झटका दिया है. अब उनके सारे सपने चूर चूर हो गए हैं. पीएम ने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि बैलेट पेपर वाला पुराना दौर अब वापस लौट करके नहीं आएगा. आज जब पूरी दुनिया भारत के लोकतंत्र की तारीफ करती है, तब ये लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए बदनीयत से ईवीएम को बदनाम करने में लगे पड़े थे. इन्होंने लोकतंत्र के साथ लगातार विश्वासघात करने की कोशिश की है. लेकिन आज इन्हीं लोगों को देश की सर्वोच्च अदालत ने ऐसा करारा तमाचा मारा है कि ये मुंह ऊपर करके देख भी नहीं पाएंगे।

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