केंद्र से अतिरिक्त सहायता की उम्मीद में बैठी है नीतीश सरकार,आम बजट से होने वाली है बिहार को फायदा!

केंद्र की सरकार आम बजट पेश करने जा रही है. बिहार में डबल इंजन की सरकार को केंद्रीय बजट से काफी उम्मीदें हैं. पिछले साल के बजट में बिहार को केंद्र की ओर से अतिरिक्त सहायता मिला था. इस बार के बजट से भी बिहार उम्मीद लगाए बैठा है. खास तौर पर बाढ़ से निपटने के लिए सरकार अतिरिक्त मदद की आस में है।बिहार के आधे जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, तो आधे जिले सूखे के प्रभाव में है. बाढ़ और सूखे के चलते बिहार को और किसानों को करोड़ों रुपए का नुकसान हर साल होता है. बिहार में डबल इंजन की सरकार है और नीतीश कुमार को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार से काफी उम्मीदें हैं. पिछले बजट में केंद्र की सरकार ने बिहार को लगभग 63000 करोड़ का अतिरिक्त सहायता दिया था।बिहार विकासशील राज्य है और राज्य का विकास दर प्रतिवर्ष डबल डिजिट में आता है.

लैंडलॉक्ड होने के चलते बिहार के विकास के लिए बहुत संभावनाएं नहीं है, लेकिन सीमित संसाधन में बिहार विकास कर रहा है. साल 2023- 24 में बिहार का विकास दर 14.47% है. विकास दर के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर बिहार चौथे स्थान पर है।प्रति व्यक्ति आय की अगर बात करें तो 2023-24 में बिहार की प्रति व्यक्ति आय 66828 रुपए रही है. जनसंख्या वृद्धि दर भी बिहार के लिए चुनौती है. 2021 से लेकर 2025 तक बिहार के अनुमानित जनसंख्या वृद्धि दर 14.4% है।बिहार सरकार का बजट 278000 करोड़ का है. सरकार बजट के आकार को और बढ़ाना चाहती है. इसके लिए केंद्र से अतिरिक्त सहायता की उम्मीद बिहार सरकार को है. गत वर्ष लगभग 63000 करोड़ का सहयोग केंद्र की ओर से बिहार को मिला था. इस बार बाढ़ और सूखा के चलते बिहार अतिरिक्त सहयोग की उम्मीद कर रहा है।