हनी ट्रैप के शिकार होते जा रहे है मंत्री और विधायक,कर्नाटक में मचा राजनीतिक घमासान

दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक से नेताओं के ‘हनी ट्रैप’ की पहले भी कई घटनाएं सामने आई हैं. अब कर्नाटक की राजनीति में हनी ट्रैप को लेकर फिर से घमासान मचा है. गुरुवार को कर्नाटक के लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली ने खुलासा किया कि राज्य के एक वरिष्ठ मंत्री को फंसाने के लिए दो बार ‘हनी ट्रैप’ की कोशिश की गई, लेकिन वो कोशिश नाकाम रहीं. मंत्री ने आगे कहा कि यह पहली बार नहीं है कि कर्नाटक में हनी ट्रैप की घटना सामने आई है. कुछ लोग इसे राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं, जिसे रोकना जरूरी है।उन्होंने बताया कि पीड़ित मंत्री से शिकायत दर्ज करने के लिए कहा गया है, ताकि पुलिस मामले की सही तरीके से जांच कर सके.

सतीश जारकीहोली ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के करीबी माने जाने वाले केएन राजन्ना को दो बार निशाना बनाया गया. राज्य के गृह मंत्रालय द्वारा मामले की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया जाएगा।उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 20 साल में 48 विधायकों को हनी ट्रैप का निशाना बनाया गया है. राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. दूसरी ओर गुरुवार को विधानसभा में कर्नाटक के मंत्री केन राजन्ना ने कहा, “ऐसी चर्चा है कि तुमकुरु के एक मंत्री हनी ट्रैप का शिकार हुए हैं. तुमकुरु से हम दो ही लोग हैं, एक मैं हूं और दूसरे गृह मंत्री हैं.”सतीश जारकीहोली ने यह भी कहा कि कर्नाटक में इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है. “यह पिछले 20 सालों से हो रहा है. हर पार्टी (कांग्रेस, भाजपा और जेडीएस) इसका शिकार है.” उन्होंने कहा, इस बात पर जोर देते हुए कि राजनीति में इस तरह की रणनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए ऐसी स्थितियों का फायदा उठाते हैं और इसे रोका जाना चाहिए।