विपक्ष के आरोपों पर भड़के लोकसभा स्पीकर ओम बिरला,आपको कई साल हो गए और अनुभव नहीं है

कांग्रेस अक्सर ही ये आरोप लगाती रही है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी जब सदन में बोलते हैं तो उनका माइक बंद कर दिया जाता है। अभी शुक्रवार को हुई लोकसभा की पिछली कार्यवाही के दौरान भी गौरव गोगोई और दीपेंद्र हुड्डा ने यह मुद्दा उठाया था। हालांकि, कांग्रेस के इन आरोपों पर अब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारियों के पास सदन में मुद्दे उठाने वाले सदस्यों के माइक्रोफोन बंद करने के लिए कोई स्विच या रिमोट कंट्रोल नहीं है।अध्यक्ष ने कहा कि सभापति द्वारा माइक्रोफोन बंद करने का आरोप चिंता का विषय है। वह चाहते हैं कि सदन इस मुद्दे पर चर्चा करे। पीठ केवल निर्णय/निर्देश देती है। जिस सदस्य का नाम पुकारा जाता है उसे सभा में बोलने का अवसर मिलता है। माइक को सभापीठ के निर्देशानुसार नियंत्रित किया जाता है। पीठासीन व्यक्ति के पास रिमोट कंट्रोल या माइक्रोफोन का स्विच नहीं है।ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से कहा, ‘बाहर आरोप लगाते हैं कि पीठासीन अधिकारी माइक बंद कर देते हैं। आपको कई साल हो गए और अनुभव है। आप पुराने सदन में थे और नए सदन में भी हैं। आपको पता होगा कि माइक का रिमोट आसन के पास नहीं होता है, चाहे किसी भी दल का सदस्य हो। इसलिए इस तरह का आरोप नहीं लगा सकते हैं।’