जानिए छठ पूजा का महत्व,सूर्य भगवान का क्यों होता है पूजा?

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लोक आस्था का महापर्व छठ, सूर्य देव की उपासना और प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का एक अनूठा त्योहार है. यह पर्व जितना सूर्य देव को समर्पित है, उतना ही यह छठी मैया की भक्ति का भी प्रतीक है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस महापर्व में प्रत्यक्ष देवता सूर्य और लोक देवी छठी मैया की पूजा एक साथ क्यों की जाती है? आइए, जानते हैं इसके पीछे छिपे शास्त्रीय और पौराणिक कारण.मान्यता के अनुसार, छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैया की एक साथ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण शास्त्रीय कारण दोनों का भाई-बहन का संबंध माना जाता है.पौराणिक मान्यता: लोक कथाओं और मान्यताओं के अनुसार, छठी मैया को सूर्य देव की बहन माना गया है. इसलिए, छठ के दौरान व्रती (व्रत करने वाले) सूर्य देव को अर्घ्य देकर अपनी बहन छठी मैया को प्रसन्न करते हैं.

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यह भाई-बहन के पवित्र रिश्ते और प्रकृति के सामंजस्य का प्रतीक है. छठ शब्द का संबंध संस्कृत के षष्ठी से है, जिसका अर्थ है छठा दिन. यही कारण है कि छठ पर्व षष्ठी तिथि को मनाया जाता है और इस दिन छठी मैया की पूजा की जाती है. पुराणों में उल्लेख है कि छठी मैया बालकों की रक्षा करती हैं, उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन का आशीर्वाद देती हैं. यही कारण है कि महिलाएं यह व्रत संतान सुख और परिवार की मंगलकामना के लिए रखती हैं.सूर्य और शक्ति का संयुक्त रूपशक्ति की पूजा पहले: ज्योतिष और धर्मशास्त्रों के अनुसार, किसी भी देवता की पूजा से पहले उनकी शक्ति की आराधना करना महत्वपूर्ण माना जाता है. कुछ मान्यताओं के अनुसार, छठी मैया को सूर्य देव की शक्ति स्वरूपा भी माना जाता है. इसलिए, छठ पर्व पर सूर्य की उपासना से पहले उनकी शक्ति के रूप में छठी मैया की पूजा की जाती है.ऊषा और प्रत्यूषा: छठ पूजा में व्रती डूबते (सायंकालीन अर्घ्य) और उगते (प्रातःकालीन अर्घ्य) सूर्य को अर्घ्य देते हैं. डूबते सूर्य की अंतिम किरण को ‘प्रत्यूषा’ और उगते सूर्य की पहली किरण को ‘ऊषा’ कहा जाता है. छठ मैया को वेदों में ऊषा (सूर्य की पत्नी या किरण की देवी) का रूप भी माना गया है. इस प्रकार, सूर्य के साथ उनकी शक्ति और प्रकाश का भी पूजन होता है.पूजन का अर्थ: इस प्रकार, छठ पूजा में सूर्य देव की पूजा से शारीरिक स्वास्थ्य और ऊर्जा की कामना की जाती है, जबकि छठी मैया की पूजा से संतान की दीर्घायु और पारिवारिक कल्याण का आशीर्वाद मांगा जाता है.

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