अपने कार्यकाल के दौरान जय शाह ने काफी कुछ किया है सुधार,ऐसे हीं नहीं बनने जा रहे हैं ICC के अध्यक्ष!

 अपने कार्यकाल के दौरान जय शाह ने काफी कुछ किया है सुधार,ऐसे हीं नहीं बनने जा रहे हैं ICC के अध्यक्ष!
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जय शाह को हाल ही में निर्विरोध अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति (आईसीसी) का चेयरमैन चुना गया। क्रिकेट की वैश्विक संस्था को चलाने वाले वह अब तक के सबसे युवा अध्यक्ष होंगे। जय शाह पर कई बार सोशल मीडिया पर मीम्स बने और उन पर आरोप भी लगाए गए, लेकिन अहमदाबाद से लेकर आईसीसी प्रमुख बनने तक का सफर उनके लिए बड़ा दिलचस्प रहा। शाह की शखिसयत सुधार करने वाले प्रशासक के तौर पर स्पष्ट दिखती है, जो उन्होंने अपने कार्यकाल में किए। कुशल क्रिकेट प्रशासक, कामयाब व्यवसायी, हनुमान जी के भक्त और अनुशासित जीवन जीने वाले शाह ने अपने ही ढंग से अपनी छाप छोड़ी है। भारतीय क्रिकेट में दो तारीखें बड़ी महत्वपूर्ण हैं। एक 27 अक्तूबर, 2022, जब भारतीय महिला क्रिकेटरों को पुरुषों के समान फीस देने का एलान हुआ और दूसरी, 28 जनवरी, 2023, जब महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के लिए खिलाड़ियों की बोली लगी। आईपीएल ने अगर विश्व क्रिकेट का परिदृश्य बदला, तो पुरुषों के बराबर फीस और डब्ल्यूपीएल ने महिला क्रिकेट में नई क्रांति ला दी, जिसका श्रेय जाता है, बीसीसीआई के मौजूदा सचिव जय अमित भाई शाह को। इससे पहले महिला क्रिकेटरों को बीसीसीआई में खास महत्व नहीं मिलता था, लेकिन जय शाह ने 27 अक्तूबर, 2022 को एलान किया, ‘भेदभाव मिटाने की दिशा में बीसीसीआई ने पहला कदम उठाया है। हम बोर्ड से अनुबंधित महिला क्रिकेटरों के लिए समान वेतन की नीति लागू कर रहे हैं। इसके जरिये हम क्रिकेट में लैंगिक समानता के एक नए युग में प्रवेश कर रहे हैं।’ जय शाह को हाल ही में क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था आईसीसी का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है।

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वह इसका विधिवत कार्यभार एक दिसंबर, 2024 को संभालेंगे। वह इस पद पर पहुंचने वाले पांचवें भारतीय होंगे। उनसे पहले जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर आईसीसी के अध्यक्ष रह चुके हैं।जय शाह का ध्यान अपने कार्यकाल के दौरान सुधारों पर केंद्रित रहा है। उन्होंने सीनियर खिलाड़ियों के लिए भी रणजी समेत अन्य घरेलू टूर्नामेंट में खेलना अनिवार्य कर दिया। इसी वजह से श्रेयस अय्यर और ईशान किशन पर रणजी नहीं खेलने पर कार्रवाई भी की गई। इसके अलावा शाह इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्डों के साथ मिलकर सीमित ओवरों के साथ ही टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने में लगे हैं। 2028 के लॉस एंजिलिस ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किया गया है, इसमें आईसीसी की ओर से जय शाह ने अहम भूमिका निभाई थी। इतना ही नहीं उन्होंने एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी क्रिकेट को शामिल करवाया। शाह का अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़ा नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम बनवाने में अहम योगदान रहा है।

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