जगदीप धनखड़ की बढ़ने वाली है मुश्किलें?कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियां हुई एकजुट

इंडिया गठबंधन राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है. विपक्षी गठबंधन ने धनखड़ पर पक्षपातपूर्ण कार्यप्रणाली का आरोप लगाया है. सूत्रों के मुताबिक, इंडिया गठबंधन की पार्टियां संविधान के अनुच्छेद 67 (बी) के तहत प्रस्ताव पेश करेंगी. टीएमसी, आप, एसपी सहित इंडिया गठबंधन की सभी पार्टियों ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं.कांग्रेस इस मुद्दे पर अगुवाई कर रही है जबकि तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के अलावा कई अन्य विपक्षी पार्टियां इस कदम का समर्थन कर रही हैं. विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, सभापति का आचरण अस्वीकार्य है. वह बीजेपी के किसी प्रवक्ता से ज्यादा वफादार दिखने का प्रयास कर रहे हैं.संविधान के अनुच्छेद 67(बी) में कहा गया है, उपराष्ट्रपति को राज्यसभा के एक प्रस्ताव, जो सभी सदस्यों के बहुमत से पारित किया गया हो और लोकसभा द्वारा सहमति दी गई हो, के जरिए उनके पद से हटाया जा सकता है. लेकिन कोई प्रस्ताव तब तक पेश नहीं किया जाएगा, जब तक कम से कम 14 दिनों का नोटिस नहीं दिया गया हो, जिसमें यह बताया गया हो ऐसा प्रस्ताव लाने का इरादा है.

राज्यसभा में सोमवार को सत्ता पक्ष एवं विपक्ष ने अलग-अलग मुद्दों पर भारी हंगामा किया जिसके कारण उच्च सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्न करीब तीन बजकर दस मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. NDA के सदस्यों ने कांग्रेस और उसके नेताओं पर विदेशी संगठनों और लोगों के माध्यम से देश की सरकार तथा अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश का आरोप लगाया और इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की.वहीं कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने अदाणी समूह से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कांग्रेस के कई सदस्यों ने सोमवार को सभापति जगदीप धनखड़ पर राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया.