अमेरिका-यूरोपीय संघ को बांग्लादेश पर डालना चाहिए दबाव,हिंदुओं की सुरक्षा के लिए उठाना होगा कदम
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने इस बात पर जोर दिया है कि भारत और अन्य देशों को हालिया राजनीतिक उथल-पुथल के बीच देश में रहने वाले हिंदू लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश सरकार पर दबाव डालना चाहिए. असम के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से इस मुद्दे को पड़ोसी देश की सरकार के समक्ष उठाने और इस मुद्दे से निपटने के लिए उन पर दबाव बनाने का भी आग्रह किया।उन्होंने शुक्रवार को बांग्लादेश की सीमा से लगती बराक घाटी की अपनी यात्रा के दौरान कहा कि बांग्लादेशी हिंदुओं को भारत लाने से समस्या का समाधान नहीं होगा. हमारा उद्देश्य उन्हें लाना नहीं है, एक या दो लोग आएंगे, लेकिन बाकी को रहना चाहिए।
इसलिए प्रधानमंत्री से हमारा अनुरोध है कि हमें चर्चा करनी चाहिए और बांग्लादेश सरकार पर दबाव डालना चाहिए ताकि वहां हिंदुओं की सुरक्षा हो सके. सरमा ने कहा कि मान लीजिए हम 10 लोगों को यहां ले आए, लेकिन बाकी 20 का क्या होगा? और जब वे यहां आएंगे तो उनके पास वो ज़मीन नहीं होगी जो उनके पास पहले थी, जब वे वापस लौटेंगे तो उन्हें कुछ भी नहीं मिलेगा।इस मामले में अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की भी मांग की कि वह बांग्लादेश में रहने वाले धार्मिक अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करे, जो अत्याचारों का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश सरकार पर दबाव डालना अमेरिका और यूरोपीय संघ की संयुक्त जिम्मेदारी है. लेकिन हमारे प्रधानमंत्री इस दिशा में काम कर रहे हैं।