बिहार में बिछेगी कोहरे की मोटी चादर,फिर तेज होगी पछुआ हवा
बिहार में ठंड ने एक बार फिर दस्तक दे दी है. मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार से राज्य के अधिकांश जिलों में रात का तापमान तेजी से नीचे खिसकेगा. अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज होने की संभावना है.एक अंक में पहुंचेगा रात का पारा: आईएमडी ने चेतावनी दी है कि कई शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे जा सकता है. पिछले दो-तीन दिनों में पछुआ हवा की रफ्तार कम होने से लोगों को थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन अब फिर से कड़ाके की सर्दी लौटने वाली है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट सामान्य से अधिक तेज हो सकती है.दिन में राहत, रात में सितम: दिन के तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. अधिकतम तापमान अभी भी 28 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा, जिससे दिन में धूप का असर बना रहेगा.

हालांकि जैसे ही सूरज ढलेगा, ठिठुरन बढ़ जाएगी. मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि अगले एक सप्ताह तक मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा.बिछेगी कोहरे की मोटी चादर: सुबह के समय कोहरा राज्य के कई हिस्सों में छाया हुआ है. पूर्णिया में सबसे कम विजिबिलिटी 800 मीटर तक दर्ज की गई. सुबह-सुबह सफेद चादर बिछने से वाहन चालकों को खासी परेशानी हो रही है. कोहरे के कारण हवा की गुणवत्ता भी खराब हुई है, जिससे सांस की तकलीफ वाले मरीजों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.दर्ज तापमान ने बढ़ाई चिंता: शुक्रवार को राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस पूर्वी चंपारण में रहा, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस औरंगाबाद में दर्ज किया गया. रविवार से यह न्यूनतम तापमान और नीचे आने की आशंका है. कई इलाकों में पारा 8-9 डिग्री तक लुढ़क सकता है.फिर तेज होगी पछुआ हवा: मौसम विभाग के अनुसार 25 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार वाली पछुआ हवा फिर सक्रिय हो रही है. यही हवा ठंड को और गहरा करेगी. देर रात से सुबह तक कोहरा और दिन में हल्की धुंध छाए रहने का अनुमान है.लोगों को सावधानी बरतने की सलाह: ठंड और कोहरे के दोहरे प्रकोप से बचने के लिए लोगों को गर्म कपड़े पहनने, अलाव जलाने और सुबह-शाम बाहर निकलते समय सतर्क रहने की जरूरत है. खासकर बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है.एक सप्ताह तक नहीं मिलेगी राहत: अगले सात दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा, न तो बारिश के आसार हैं और न ही तापमान में बढ़ोतरी की कोई उम्मीद. यानी बिहारवासियों को कंबल और रजाई का सहारा लेकर ही कड़ाके की ठंड का मुकाबला करना होगा.
