दो वोटर ID मामले में बोले प्रशांत किशोर,नोटिस से मेरा कोई लेना-देना नहीं
दो वोटर आईडी रखने के मामले में चुनाव आयोग के नोटिस पर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का बयान सामने आया है. पीके ने कहा, मैं 2019 से अपने गांव कोनार करघर का वोटर हूं. बीच में 2 साल कोलकाता में था. वहां पर वोटर था और अभी मेरे पास जो इलेक्शन आईडी कार्ड है वह 2024 से करघर विधानसभा क्षेत्र का है. चुनाव आयोग कह रहा है कि उन्होंने SIR किया है. फिर क्या एक्सटेंशन रिवीजन एक्सरसाइज किया है कि उसे एक्सरसाइज के बाद भी अगर हमारा नाम दो जगह है तो यह गलती इलेक्शन कमीशन की है.प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि हम तो करगहर विधानसभा के वोटर हैं. मेरे पास वहीं की वोटर आईडी है. इलेक्शन कमीशन ने बना कर दिया है. मैं 2019 से करगहर विधानसभा क्षेत्र का वोटर हूं.

दो साल तक जब मैं कोलकाता में था. तब मैंने वहां अपना वोटर आईडी कार्ड बनवाया था. 2021 से मेरा वोटर आईडी कार्ड करगहर विधानसभा क्षेत्र का है.उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग कह रहा है कि मेरा नाम अन्य जगहों पर भी वोटर के रूप में दर्ज है, तो वे SIR का इस्तेमाल करके सबको परेशान क्यों कर रहे हैं? चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए नोटिस से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. वहीं, महागठबंधन के साझा घोषणापत्र पर पीके ने कहा कि यह चुनाव जीतने के लिए बिहार के लोगों को मूर्ख बनाने का एक और प्रयास है. लड़ाई एनडीए और जन सुराज के बीच है.पूरे बिहार में बदलाव का माहौलप्रशांत किशोर ने कहा कि पूरे बिहार में बदलाव का माहौल है. 60% ज्यादा लोग बदलाव चाहते हैं. किसी जाति किसी धर्म किसी दल के हो सब लोग बदलाव चाहते हैं और यही चीज आपको यहां के सभा में जो लोग जो आ रहे हैं वह लालू नीतिश के राज से त्रस्त हैं. लालू के जंगलराज को समझ चुके हैं. हमारी सभाओं में लोग इसलिए आ रहे हैं कि उन्हें लालू नीतिश का राज समझ में आ चुका है.उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश के 35 साल के राज से लोगों ने पहले अपराधियों का जंगल राज देखा. अब अधिकारियों का जंगल राज देख रहे हैं. लोग भ्रष्टाचार से परेशान हैं. लोगों के बच्चे के पास पढ़ाई नहीं है. रोजगार नहीं है. लोग बिहार के पास विकल्प आ गया है. बिहार के लोग जन स्वराज के साथ जाना चाहते हैं.‘सीमांचल में ओवैसी कोई फैक्टर नहीं’प्रशांत किशोर ने कहा कि सीमांचल में ओवैसी कोई फैक्टर नहीं है. उनसे हैदराबाद संभला नहीं जा रहा है. बेकार सीमांचल में आ रहे हैं अपना वक्त बर्बाद कर रहे हैं. पप्पू यादव के सवाल का जवाब देना जरूरी नहीं है.
