सिवान मे डॉन शहाबुद्दीन के बाद अब बेटा ओसामा भी आजमा रहा किस्मत,जान लीजिए क्या है समीकरण?
कभी देश के पहले राष्ट्रपति और अहिंसा के सिद्धांत के प्रबल समर्थक डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के नाम से जो धरती जानी जाती थी वो आगे चलकर डॉन मोहम्मद शहाबुद्दीन के नाम से खौफनाक पहचान रखने लगी. हालत यह हो गई कि शहाबुद्दीन का सिक्का जब तक सिवान में चला तब तक राजनीतिक दल अपने झंडे लगाने से डरते थे. चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशी प्रचार तक नहीं करते थे. लेकिन अब न तो शहाबुद्दीन ही रहे और न ही 90 के बाद का वो खौफनाक दौर. विदेश में पढ़ाई करने वाले शहाबुद्दीन के बेटे पहली बार सियासी सरजमीं पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.बाहुबली शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब पिछले साल अक्टूबर में अपनी मां हीना शहाब के साथ तेजस्वी यादव की मौजूदगी में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में शामिल हो गए थे.

उनके शामिल होने के बाद से ही ये कयास लगने लगे थे कि ओसामा को चुनाव में उतरने का मौका मिलेगा. अब आरजेडी ने अपने मौजूदा विधायक हरी शंकर यादव का टिकट काटकर 30 साल के ओसामा को सिवान जिले की रघुनाथपुर विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है. ओसामा के मैदान में उतरने से सिवान की सियासत को गरमा गई है. अब यहां पर शहाबुद्दीन का दौर और ओसामा के दौर की चर्चा होने लगी है. सिवान जिले में पहले चरण के तहत 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे.
