वह धीरे-धीरे भटकने लगे थे इसलिए जनता ने उन्हें सबक सिखाया,केजरीवाल पर बोले अन्ना हजारे

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की हार के कारणों को स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर ‘अच्छा काम’ कर रहे थे. उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर समाज के लिए एक मिसाल कायम करनी चाहिए थी. लेकिन वह धीरे-धीरे भटकने लगे. इसके चलते आखिरकार जनता ने उन्हें सबक सिखाया.अन्ना हजारे ही वह शख्स हैं जिनके भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से आम आदमी पार्टी का जन्म हुआ. केजरीवाल कभी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में हजारे के सहयोगी थे. लेकिन 2012 में उन्होंने आम आदमी पार्टी बना ली जिसके बाद दोनों अलग हो गए.

दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के बारे में अन्ना हजारे ने कहा कि एक महिला का राष्ट्रीय राजधानी का सीएम बनना गर्व की बात है.‘सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि, ‘पिछले मुख्यमंत्री (केजरीवाल) अच्छा काम कर रहे थे और तीन बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने. मैंने उनके खिलाफ कुछ नहीं कहा क्योंकि वह अच्छा काम कर रहे थे. लेकिन फिर धीरे-धीरे उन्होंने शराब की दुकानें खोलनी शुरू कर दीं और लाइसेंस जारी करने लगे. तब मैं परेशान हो गया.’उन्होंने पूर्ववर्ती AAP सरकार की विवादास्पद आबकारी नीति का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल को समाज के सामने एक उदाहरण पेश करना चाहिए था, लेकिन वे भटक गए. बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे शराब की खपत या बिक्री के मुखर विरोधी माने जाते हैं.दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी की सरकार बनी है. पार्टी ने शालीमार बाग से पहली बार विधायक चुनी गईं रेखा गुप्ता को सीएम बनाया है. वह दिल्ली की चौथी और बीजेपी की दूसरी महिला मुख्यमंत्री हैं. इस पर अन्ना हजारे ने कहा कि एक महिला का राष्ट्रीय राजधानी की नई मुख्यमंत्री बनना गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि लोगों ने उनके ‘शुद्ध विचारों और कार्यों’ के कारण वोट दिया.