भारत की उन्नत सैन्य क्षमताओं का दिखा प्रदर्शन,परेड में यूपी-बिहार की झांकी ने भी जीता दिल

दिल्ली में कर्तव्य पथ पर परेड के दौरान भारतीय सेना के सिग्नल कोर की मोटरसाइकिल राइडर डिस्प्ले टीम, जिसे “द डेयरडेविल्स” के नाम से जाना जाता है। परेड के दौरान बुलेट व्हीली, लैडर सैल्यूट, थ्री पीक डेविल फॉर्मेशन, शत्रुजीत, मर्करी पीक, इन्फो वॉरियर्स, लोटस और ह्यूमन पिरामिड के साथ ओपनिंग सैल्यूट प्रदर्शित किया गया।परेड में यूपी-बिहार की झांकी भी दिखाई दी, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया।परेड के दौरान आंध्र प्रदेश की झांकी प्रदर्शित की गई। आंध्र प्रदेश की झांकी “एटिकोप्पाका लकड़ी के खिलौने” पर केंद्रित है, जो 400 साल पुरानी शिल्प परंपरा है जो अपने पर्यावरण-अनुकूल, चिकने, जीवंत और विष-मुक्त खिलौनों के लिए मनाई जाती है।

कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित होने वाला अगला प्रदर्शन आरसीआई, डीआरडीओ द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित प्रलय हथियार प्रणाली है, इसके बाद गणतंत्र दिवस परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर असम राइफल्स की मार्चिंग टुकड़ी और इसके बाद कर्तव्य पथ पर असम राइफल्स बैंड का प्रदर्शन होगा।गणतंत्र दिवस परेड के दौरान बीएसएफ की ऊंट टुकड़ी के बाद बीएसएफ और एनसीसी टुकड़ी के ऊंट और घुड़सवार बैंड का वीडियो सामने आया।भारतीय सशस्त्र बल के दिग्गजों की झांकी है, इस वर्ष की थीम है: ‘विकसित भारत की और सदैव अग्रसर’।कर्त्तव्य पथ पर इन्फैंट्री कॉलम भारत की उन्नत सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन करता है, जिसकी शुरुआत ऑल-टेरेन व्हीकल (एटीवी) ‘चेतक’ और स्पेशलिस्ट मोबिलिटी व्हीकल, ‘कपिध्वज’ से होती है, जो कठिन इलाकों में, विशेष रूप से उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में युद्धाभ्यास के लिए डिज़ाइन किया गया है। इनके बाद लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल, बजरंग और व्हीकल माउंटेड इन्फैंट्री मोर्टार सिस्टम, ऐरावत हैं। परेड में आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत विकसित ‘नंदीघोष’, त्वरित प्रतिक्रिया बल वाहन (भारी) और ‘त्रिपुरांतक’, त्वरित प्रतिक्रिया बल वाहन (मध्यम) भी शामिल हैं। ये स्वदेश निर्मित बख्तरबंद वाहन गतिशीलता और सुरक्षा में उत्कृष्ट हैं और पहले से ही संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में सेवा दे रहे हैं।