बिहार में अब नहीं होगी बिजली की किल्लत,आत्मनिर्भर बना राज्य

बिहार में अब बिजली की किल्लत नहीं होगी। बिजली उत्पादन के मामले में राज्य अब आत्मनिर्भर बन गया है। वही बता दें कि राज्य में उत्पादन क्षमता खपत से ज्यादा हो गया है। अब बिहार सरकार को दुसरे राज्य से बिजली खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी।पटना के बाढ़ स्थित एनटीपीसी के प्लांट से 660 मेगावाट की चौथी इकाई ने सफलतापूर्वक काम करना शुरू कर दिया, इससे अब बिहार को बाजार से बिजली लेने की जरूरत नहीं होगी। हालांकि आपको बताते चलें कि बिहार में एनटीपीसी संयंत्रों से बिजली आवंटन 6560 मेगावाट से बढ़कर 6943 मेगावाट हो जाएगा, जबकि वर्तमान में बिहार की अधिकतम औसत बिजली की खपत 6700 मेगावाट है। वही दुसरी तरफ बता दें कि इस यूनिट से बिहार, ओडिशा, झारखंड और सिक्किम जैसे लाभार्थी राज्यों को 660 मेगावाट तक बिजली जल्द मिलने लगेगी।
साथ ही कुल अनुमानित 21000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले बाढ़ प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता वर्तमान में 1980 मेगावाट से बढ़कर 2640 मेगावाट हो गई है। इस तरह बिहार में खपत के लिए जितनी बिजली की जरूरत है उससे ज्यादा उत्पादन होगा।