ओवैसी के विधायकों के जरिए नंबर 1 पार्टी बनेगी जेडीयू? ओवैसी के विधायकों पर है सबकी नजर!
जिस प्रकार से एआईएमआईएम के विधायक नीतीश कुमार की तारीफ में पुलिंदे बांध रहे हैं, ऐसे में कयासों का बाजार गर्म है कि क्या एक बार फिर से बिहार में AIMIM के साथ ‘खेला’ हो जाएगा. दरअसल जिस प्रकार से 2020 के चुनाव के बाद नजारा दिखा उसके बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चा काफी तेजी से चल रही है. वैसे भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि 14 जनवरी यानी खरमास के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इसमें AIMIM के विधायक भी तो नहीं होंगे? BSP विधायक की बात तो पुरानी हो चुकी है, अब सबकी नजर एआईएमआईएम विधायकों के अगले कदम पर टिकी है।एआईएमआईएम के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लगातार तारीफ कर रहे हैं.

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी विकास के मुद्दे पर नीतीश कुमार का समर्थन करने की घोषणा की है. अभी दो दिन पहले प्रदेश अध्यक्ष और अमौर के विधायक अख्तरुल ईमान के नेतृत्व में तीन विधायक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जाकर मुलाकात भी की थी.एक अणे मार्ग में हुई मुलाकात के कारण सियासी हलको में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान पार्टी को लेकर हो रही चर्चा पर आश्चर्य जताते हुए कह रहे हैं कि हम लोग तो क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मिलने गए थे. अख्तरुल इमान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार बनाने के लिए समर्थन देने की बात नहीं कही है, बल्कि नैतिक समर्थन दिया है. अच्छा काम करेंगे तो हमारे विधायक आपका समर्थन करेंगे।अख्तरुल इमान ने कहा कि रणनीति हम लोगों की यही है हम लोगों के लोग अटूट हैं. हम लोग सीमांचल के साथ पूरे बिहार के गरीबों, शोषितों के आवाज हैं. सिर्फ इंसाफ का नारा नहीं हो, जो दावा न्याय के साथ इंसाफ और विकास का हो रहा है उस पर काम भी हो. अख्तरुल इमान ने कहा कि सीमांचल का इलाका बिहार का सबसे पिछड़ा इलाका है तो हम लोग उसकी लड़ाई लड़ रहे हैं.अख्तरुल इमान ने कहा कि 20 सालों से देख रहा हूं. सीमांचल की हकमारी पहले भी हो रही थी आज भी हो रही है, लेकिन हम लोग प्रयास कर रहे हैं और आगे भी करेंगे.अख्तरुल ईमान का कहना है कि भविष्य को किसने देखा है, लेकिन यह कल्पना भी लोग कैसे कर रहे हैं कि नीतीश कुमार बीजेपी से अलग हो जाएंगे.बिहार में एनडीए को प्रचंड जीत मिली है ऐसे में विपक्ष के लिए क्या ऑप्शन बचा है. अख्तरुल ईमान ने कहा कि यह जीत सरकारी मशीनरी और सरकारी धन का दुरुपयोग के कारण मिला है. अख्तरुल ईमान बिजली फ्री करने पर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं. कह रहे हैं कि गरीबों का बिजली फ्री करना चाहिए था. जीविका दीदी को भी ₹10000 देने पर निशाना साध रहे हैं. वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाने को सही कदम भी बता रहे हैं।विपक्ष की ओर से लगातार भाजपा की बी टीम होने के सवाल पर अख्तरूल ईमान ने कहा कि परेशानी उनको है जो बीजेपी का भय दिखाकर अब तक मुसलमान का वोट लेते रहे हैं. सीमांचल में इस बार 5 सीटों पर जीत मिली है. मगध क्षेत्र में भी हमारा अच्छा प्रदर्शन हुआ है. सीट नहीं आई है लेकिन पूरे बिहार में आगे हम लोग चुनाव लड़ेंगे. दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव में सीमांचल में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने अपनी स्थिति और मजबूत कर ली है. 2020 की तरह इस बार भी पांच सीटों पर जीत हासिल की है. यही नहीं कई सीटों पर महागठबंधन को झटका भी दिया है. एक सीट पर तो एआईएमआईएम केवल 389 वोट से ही चुनाव हार गई।
