नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए उद्धव ठाकरे को बुलाया किसने?डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का हमला
नए संसद भवन के उद्घाटन का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. याचिका में कहा गया है कि सिर्फ राष्ट्रपति ही उद्घाटन कर सकती हैं. लोकसभा सचिवालय गृह मंत्रालय और कानून मंत्रालय को याचिका में पक्षकार बनाया गया है. वकील सीआर जया सुकीन ने याचिका दायर की है. वही दूसरी तरफ बता की इधर संजय राउत ने कहा है कि हमारे देश में तो लोकतंत्र की हत्या हो गई है. पीएम लोकतंत्र की बात करते हैं. 3 देश का दौरा करके वापस लौटे हैं. उनका देश में स्वागत है. पापुआ न्यू गिनी जैसे देशों में जाकर आए हैं. अजीबो गरीब देश है. पीएम लोकतंत्र की बात करते हैं।तो देश के लोकतंत्र का भी ख्याल रखिए. सबसे पहले राष्ट्रपति को जाकर नए सांसद भवन के उद्घाटन का न्योता दीजिए, फिर लोकतंत्र की बात कीजिए.वही दूसरी ओर बता दें कि इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करेंगे. संसद के नए भवन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को पीएम मोदी से भेंट की है. साथ ही उनसे इस भवन का लोकार्पण करने का आग्रह किया है।तथा राज्यसभा, दोनों सदनों ने 5 अगस्त 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था. इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के नए भवन का शिलान्यास किया था. वही आपको बताते चले कि संसद के नवनिर्मित भवन को गुणवत्ता के साथ रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है. चार मंजिला संसद भवन में 1224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था की गई है.अब संसद का नवनिर्मित भवन भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और अधिक समृद्ध करने का कार्य करेगा. साथ ही अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इस भवन में सदस्यों को अपने कार्यों को और बेहतर तरीके से करने में भी सहायता मिलेगी. वही इधर बता दें कि देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, ‘इंदिरा गांधी ने जब संसद भवन के एनेक्स बिल्डिंग का उद्घाटन किया था और राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया था तब सवाल क्यों नहीं उठे? इंदिरा गांधी ने महाराष्ट्र विधानभवन का उद्घाटन किया और राज्यपाल को आमंत्रित नहीं किया तब सवाल क्यों नहीं किया गया? राजीव गांधी ने संसद की लाइब्रेरी का उद्घाटन किया और राष्ट्रपति को नहीं बुलाया तब किसी ने कुछ क्यों नहीं कहा? मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने मणिपुर विधानभवन का उद्घाटन किया और राज्यपाल को नहीं बुलाया, तब सवाल क्यों नहीं किया गया?’