जब तक भारत के गांव मजबूत नहीं होंगे,तब तक भारत का तेज विकास नहीं हो पाएगा-पीएम मोदी

मधुबनी में पीएम मोदी कार्यक्रम में शामिल तो जरूर हुए लेकिन उनकी बॉडी लैंग्वेज काफी अलग दिखी. उनके चेहरे पर इस आतंकी हमले को लेकर गुस्सा और इसमे मारे गए लोगों के प्रति दुख साफ तौर पर दिख रहा था. पीएम मोदी के चेहरे के ये भाव आतंकियों की नींद उड़ाने के लिए काफी थे।उन्होंने कहा कि बिहार वो धरती है,जहां से पूज्य बापू ने सत्याग्रह के मंत्र का विस्तार किया था.पूज्य बापू के दृढ़ विश्वास था कि जब तक भारत के गांव मजबूत नहीं होंगे, तब तक भारत का तेज विकास नहीं हो पाएगा. देश में पंचायती राज की परिकल्पना के पीछे यही भावना है।आज पंचायती राज दिवस के मौके पर पूरा देश मिथिला से, बिहार से जुड़ा है. आज यहां देश के, बिहार के विकास से जुड़े हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है. बिजली, रेल, इंफ्रास्ट्रक्चर के इन विभिन्न कार्यों से बिहार में रोजगार के नए मौके बनेंगे. बीते दशक में पंचायतों को सशक्त करने के लिए एक के बाद एक कदम उठाए गए हैं. टेक्नोलॉजी के माध्यम से भी पंचायतों को मजबूत किया गया है।पीएम मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा है, उससे पूरा देश व्यथित है.

कोटि कोटि देशवासी दुखी हैं. सभी पीड़ित परिवारों के इस दुख पूरा देश उनके साथ खड़ा है. जिन परिवारजनों का अभी इलाज चल रहा है, वे जल्द स्वस्थ हों, इसके लिए भी सरकार हर प्रयास कर रही है. इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने अपना भाई खोया, किसी ने अपना जीवनसाथी खोया है. मैं बहुत साफ शब्दों में कहना चाहता हूं जिन्होंने यह हमला किया है उन आतंकियों और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगा. सजा मिलकर के रहेगी. अब आतंकियों की बची खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है. एक सौ 40 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी।