अमेरिकी और खाड़ी देशों के कच्चे तेल की कीमतों में आई बड़ी गिरावट,अब रुपया में आएगी बड़ी तेजी

 अमेरिकी और खाड़ी देशों के कच्चे तेल की कीमतों में आई बड़ी गिरावट,अब रुपया में आएगी बड़ी तेजी
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एक तरफ भारत और पाकिस्तान के बीच जबरदस्त टेंशन देखने को मिल रही है. वहीं दूसरी ओर अमेरिका और खाड़ी देशों से एक ऐसी खबर आई है, जिससे भारत को बड़ा फायदा हो सकता है. वास्तव में ये रुपए में देखने को मिल सकता है. जिस तरह की खबर सामने आई है, उससे रुपए में तूफानी तेजी देखने को मिल सकती है. गुरुवार को लेबर डे की वजह से भारत में करेंसी मार्केट बंद है. लेकिन जब शुक्रवार को बाजार खुलेगा तो रुपया रॉकेट पर सवार होता हुआ दिखाई दे सकता है. अब सवाल ये है कि आखिर अमेरिका और खाड़ी देशों से ऐसी कौन सी खबर सामने आई है, जिससे रुपए को सपोर्ट मिलता हुआ दिखाई सकता है.खबर ये है कि अमेरिकी और खाड़ी देशों के कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है. जहां एक ओर खाड़ी देशों का ब्रेंट क्रूड ऑयल 61 डॉलर प्रति बैरल से नीचे जाता हुआ दिखाई दे रहा है.

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वहीं दूसरी ओर अमेरिकी क्रूड ऑयल के दाम 58 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया है. जिसकी वजह से रुपए को सपोर्ट मिलता हुआ दिखाई दिखाई दिया है. बीते कुछ दिनों में रुपए में काफी अच्छी तेजी देखने को मिली है. जिसका प्रमुख कारण विदेशी निवेशकों के निवेश के साथ-साथ कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर कच्चे तेल की कीमतों में कितनी गिरावट आई है और आने वाले दिनों में रुपए में कितनी तेजी देखने को मिल सकती है.इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. आंकड़ों को देखें तो खाड़ी देशों का कच्चा तेल गुरुवार को 0.70 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 60.56 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार करता हुआ दिखाई दे रहा है. एक दिन पहले ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 63 से डॉलर प्रति बैरल से 61 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में भी बड़ी गिरावट देखी जा रही है. आंकड़ों के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत करीब एक फीसदी की गिरावट के साथ 57.66 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है. जबकि एक दिन पहले डब्ल्यूटीआई के दाम 60.16 डॉलर से 58 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गए थे. जानकारों के अनुसार 3 साल के बाद किसी तिमाही में अमेरिकी इकोनॉमी में गिरावट आने की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. जिसकी वजह से अनुमान लगाया जा रहा है कि कच्चे तेल की डिमांड में कमी आ सकती है.वैसे कच्चे तेल की कीमतों में बीते एक महीने में 18 से 20 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिल चुकी है. खाड़ी देशों का कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड ऑयल 2 अप्रैल को 75.47 डॉलर प्रति बैरल के साथ हाई पर पहुंच गया था, जो 1 मई को घटकर 60.48 डॉलर प्रति बैरल के साथ लोअर लेवल पर आ गया है. इसका मतलब है कि इस दौरान ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत में 15 डॉलर प्रति यानी करीब 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है. जोकि एक बड़ी गिरावट है.वहीं दूसरी ओर अमेरिकी क्रूड ऑयल के दाम भी 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दे,खने को मिल चुकी है. अमेरिकी क्रूड ऑयल डब्ल्यूटीआई के दाम एक महीना पहले 2 अप्रैल को 72.28 डॉलर प्रति बैरल के साथ हाई पर था, जो 1 मई को कम होकर 57.57 डॉलर प्रति बैरल के साथ दिन के लोअर लेवल पर आ गया. इसका मतलब है कि इस दौरान अमेरिकी कच्चे की की कीमत में 14.71 डॉलर प्रति बैरल यानी 20.30 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है.

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