PMCH स्टेशन तक टनल बनकर हुआ तैयार,पटना मेट्रो पर ताजा जानकारी आया सामने

 PMCH स्टेशन तक टनल बनकर हुआ तैयार,पटना मेट्रो पर ताजा जानकारी आया सामने
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बिहार की शान पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के नाम एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है. अशोक राजपथ पर पीएमसीएच स्टेशन तक दूसरा टनल बनकर तैयार हो गया है. पटना मेट्रो का कहना है कि इसके बनने से भूमिगत कॉरिडोर के निर्माण को रफ्तार मिलेगी. पीएमसीएच टनल इसलिए खास है क्योंकि यहां राधा-कृष्ण मंदिर के चलते महीने तक टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) की ड्रिलिंग रोक दी गई थी. लोगों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए टनल का रास्ता बदला गया और आखिरकार यह बनकर तैयार हो गया है।पटना मेट्रो की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक पीएमसीएच टनल के बन जाने के बाद मेट्रो कॉरिडोर के इस हिस्से में स्टेशन और प्लेटफॉर्म तैयार करने के काम में तेजी आएगी.विभाग की ओर से बताया गया है कि 1480 मीटर लंबे इस भूमिगत हिस्से में दो टनल बनाया गया है. पहला टनल 10 नवंबर को और दूसरा अब जाकर तैयार हो गया है. प्रोजेक्ट में जुटे इंजीनियरों का कहना है कि इन दोनों टनल को बनाना उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहा.

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इसमें उनके तमाम अनुभवों का इस्तेमाल हो पाया है. इसे तैयार करना एक अलग किस्म का अनुभव रहा।पूरी हो चुकी इस नई टनल की सफाई और संरचनात्मक जांच में लगभग छह महीने का समय लगेगा. इस महत्वपूर्ण जांच के बाद ही इस खंड में भूमिगत ढांचागत गतिविधियों का विस्तार किया जाएगा, जिससे अगले चरण का काम शुरू हो सके.टनल निर्माण टीम के अनुसार, पीएमसीएच क्षेत्र भूमिगत संरचना के लिहाज से अत्यधिक संवेदनशील था. टीम को आसपास के भवन, अस्पताल, यातायात और धार्मिक स्थलों की संवेदनशीलता को देखते हुए अत्यंत सटीकता के साथ काम करना पड़ा.इंजीनियरों ने 230 मीटर के उस सबसे कठिन हिस्से में भी सफलता प्राप्त की, जहां मंदिर के नीचे से टनल का डायवर्जन बनाना पड़ा. इसे परियोजना का सबसे चुनौतीपूर्ण चरण माना जा रहा था.स्टेशन के आंतरिक हिस्से को आधुनिक डिजाइन के साथ विकसित किया जा रहा है, जिसका मुख्य लक्ष्य यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक सुविधा प्रदान करना है. सुरक्षा मानकों को प्राथमिकता देते हुए भूमिगत मार्ग में अन्य महत्वपूर्ण कार्यों पर भी तेजी से काम किया जाएगा।पीएमसीएच से गांधी मैदान तक की यह लाइन पूरी होते ही, यह सेक्शन पटना मेट्रो के लिए सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण रूट बनने की संभावना है.दूसरी टनल के पूरा होने के साथ ही परियोजना अब अपने सबसे महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर चुकी है. पटना मेट्रो के अधिकारियों का लक्ष्य है कि 2025 के निर्धारित समय के भीतर भूमिगत कॉरिडोर का परिचालन शुरू किया जा सके।इससे पहले 6 अक्टूबर को न्यू आईएसबीटी से भूतनाथ रोड तक मेट्रो सेवा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुरुआत की थी, जिसे शहरवासियों ने काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। अब तक 94 हजार से अधिक लोग इस मेट्रो सेवा का उपयोग कर चुके हैं।भूतनाथ रोड से मलाही पकड़ी तक मेट्रो लाइन के 90 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरे हो चुके हैं। मलाही पकड़ी स्टेशन का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि खेमनीचक स्टेशन पर तेजी से काम जारी है। अधिकारियों का कहना है कि परीक्षण, सिग्नलिंग और सुरक्षा मूल्यांकन जैसे अंतिम चरण की प्रक्रियाएं चल रही हैं, जिसके बाद संचालन की अनुमति मिलने पर सेवा शुरू कर दी जाएगी।भूतनाथ से मलाही पकड़ी तक सेवा शुरू होने से पूर्वी पटना के लोगों को शहर के मुख्य हिस्सों तक सुगम और तेज यातायात सुविधा मिलेगी। न्यू आईएसबीटी, जीरो माइल, भूतनाथ रोड और मलाही पकड़ी जैसे प्रमुख क्षेत्रों को मेट्रो से जोड़कर सड़क यातायात पर निर्भरता भी काफी कम होगी।रुकनपुरा से पटना जंक्शन तक भूमिगत मेट्रो स्टेशन एवं सुरंग के निर्माण कार्य के पूर्व मिट्टी जांच के लिए नेहरु पथ में 12 जगहों पर 50 मीटर अंदर तक बोरिंग की जा रही है, ताकि यह जानकारी मिल सके कि कहां की मिट्टी किस तरह की है।

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