शिक्षक भर्ती मामले में पवन खेड़ा ने बीजेपी सरकार पर लगाया गंभीर आरोप,कहा-आरक्षण छीनने की साज़िश थी..
कांग्रेस के सीनियर नेता और कांग्रेस मीडिया एंड पब्लिसिटी डिपार्टमेंट के हेड पवन खेड़ा ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जोरदार हमला बोला है. पवन खेड़ा ने आज यूपी में टीचर भर्ती में आरक्षण घोटाले का मुद्दा उठाते हुए योगी सरकार पर तंज भी कसा।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पवन खेड़ा ने लिखा, उत्तरप्रदेश में 69000 शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण घोटाले का पर्दाफाश हो गया है. कांग्रेस पार्टी का सदैव यह मत रहा है कि आरक्षण संविधान प्रदत्त अधिकार है, इसे किसी भी कीमत पर छीनने नहीं दिया जाएगा. ‘नॉट फाउंड सूटेबल’ के नाम पर आरक्षण छीनने की साजिश, आरक्षण छीनने के लिए ही सरकारी संस्थाओं का निजीकरण और लेटरल एंट्री से भर्तियां एक सोची समझी साज़िश का हिस्सा हैं।
उत्तरप्रदेश में 69000 शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण घोटाले का पर्दाफाश हो गया। कांग्रेस पार्टी का सदैव यह मत रहा है कि आरक्षण संविधान प्रदत्त अधिकार है, इसे किसी भी कीमत पर छीनने नहीं दिया जाएगा।दरअसल, उत्तर प्रदेश में 69 हजार प्राइमरी टीचरों की भर्ती के मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट की डबल बेंच ने सोमवार (12 अगस्त 2024) को अहम फैसला सुनाते हुए पूरी मेरिट लिस्ट को ही रद्द कर दिया था. हाई कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया है कि तीन महीने के अंदर नई मेरिट लिस्ट बनाई जाए, जिसमें बेसिक शिक्षा नियमावली और आरक्षण नियमावली का पालन हो. मालूम हो कि अभ्यर्थियों ने पूरी भर्ती पर सवाल उठाते हुए 19 हजार पदों पर आरक्षण घोटाला का आरोप लगाया था।अखिलेश यादव जब यूपी के सीएम थे तब उन्होंने प्रदेश में 1.72 लाख शिक्षामित्र को सहायक शिक्षक के रूप में समायोजित किया था. हालांकि उनके इस फैसले को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया था. हाई कोर्ट ने नए सिरे से सहायक शिक्षकों की भर्ती का आदेश दिया था. इसके बाद यूपी सरकार ने सबसे पहले 68,500 सहायक शिक्षकों की भर्ती की. यह भर्ती भी सवालों के घेरे में आई और सीबीआई ने मामले की जांच भी की।