24 जनवरी को नीतीश कुमार करने जा रहे हैं अब तक का सबसे बड़ा रैली,कर्पूरी जयंती पर कर सकते हैं बड़ा ऐलान

बिहार में अगला हफ्ता राज्य की राजनीति में अहम होने वाला है। पूरे देश में अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर माहौल चरम पर है। बिहार में आम चुनाव से पहले सियासी चाल चली जा रही है। इसी क्रम में नीतीश कुमार की अगुआई में JDU ने 24 जनवरी को पटना में कर्पूरी जयंती के मौके पर बड़ी रैली करने का फैसला किया है। सूत्रों के अनुसार उस दिन नीतीश कुमार जाति जनगणना के बाद कुछ अहम घोषणाएं कर सकते हैं। साथ ही राज्य के सबसे अधिक गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये देने की योजना की शुरुआत कर सकते हैं। वह कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग कर सकते हैं। 2024 कर्पूरी ठाकुर का जन्म शताब्दी वर्ष है।इस रैली में RJD के लोग शामिल नहीं होंगे। JDU सूत्रों के अनुसार हर साल पार्टी कर्पूरी जयंती मनाती रही है और उसी अनुरूप इस साल भी यह पार्टी का अपना कार्यक्रम है। RJD भी अपने स्तर पर कर्पूरी जयंती का कार्यक्रम बनाएगी। JDU के सीनियर नेता के. सी. त्यागी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के पथ पर चलकर ही सामाजिक सद्भाव का रास्ता मिल सकता है। पार्टी ने उनके आदर्श के अनुरूप ही समाज के हर वंचित वर्ग को मजबूत करने की दिशा में काम किया है। इस साल उसी कोशिश को आगे बढ़ाने की योजना है।नीतीश कुमार के अगले कदम को लेकर सस्पेंस भी बना हुआ है। यह सस्पेंस दो कारणों से आया। पहला कारण गृह मंत्री अमित शाह का बयान बना जिसमें उन्होंने संकेत दिया कि अगर NDA के पुराने सहयोगी वापस लौटना चाहते हैं तो विचार होगा। इसके बाद तमाम प्रदेश BJP नेताओं ने इसी अनुरूप बयान दिए। दूसरा कारण बताया जा रहा है कि सीट शेयरिंग को लेकर नीतीश कुमार लालू प्रसाद से नाराज हैं। हालांकि, RJD और JDU दोनों दलों ने सामने आकर इन तमाम सियासी अटकलों को खारिज किया। लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव नीतीश कुमार से मिलने उनके घर भी गए। फिर भी 24 जनवरी को नीतीश कुमार के भाषण पर नजर बनी रहेगी। उधर, महागठबंधन के नेताओं के अनुसार अगले हफ्ते राज्य की 40 सीट के लिए सीट शेयरिंग भी हो जाएगी। BJP भी 22 जनवरी के बाद पूरी ताकत झोंकने वाली है। इसी क्रम में फरवरी के पहले हफ्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली भी बिहार में होनी है।