झारखंड में चुनाव से पहले अपने पार्टी को मजबूत करने में जुटे नीतीश कुमार,पार्टी नेताओं को दिया टास्क

नीतीश कुमार की जदयू अब झारखंड में भी अपने किले को मजबूत बनाने की कोशीशों में जुटी है। इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। हालांकि, जदयू अब तक झारखंड में कोई खास कारामात नहीं कर पाई है।जदयू 2014 के विधानसभा चुनाव में 45 सीटों पर चुनाव लड़ी थी पर एक भी सीट नहीं जीत पाई। 2019 में भी जदयू ने 40 सीटों पर किस्मत आजमाने की कोशीश की मगर मामला वही सिफर ही रहा। हालांकि, 2005 के चुनाव में पार्टी 18 सीटों पर चुनाव लड़ी और 6 सीटों पर जीत हासिल कर पाई थी।खास बात यह है कि बीजेपी के साथ होने के बावजूद झारखंड में पिछले दोनों चुनावों में अकेले ही लड़ी मगर कामयाबी हासिल नहीं कर सकी।सूत्रों के अनुसार जदयू इस बार बीजेपी से झारखंड में सम्मानजनक सीटों के बंटवारे के लिए दबाव बना सकती है। जानकार बताते हैं कि जदयू ने राज्यसभा सांसद खीरी महतो और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी के नेतृत्व में एक कमिटी का गठन किया है जो सीटों और उम्मीदवारों का चयन करेगी। हाल ही में नई दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में इसी मुद्दे को लेकर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया था।