कश्मीरियों की कई पीढ़ियां अनिश्चितता में डूबी हुई हैं-हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक का बड़ा बयान आया सामने

ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के उदारवादी गुट के चेयरमैन मीरवाईज उमर फारूक ने जम्मू-कश्मीर को लेकर एक बार फिर बड़ी बात रखी है. मीरवाईज उमर फारूक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी नजरबंदी, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने जैसे मुद्दों पर बात की।उमर फारूक ने एक्स पर लिखा, “जम्मू कश्मीर से अगस्त 2019 में उसकी अर्ध स्वायत्त स्थिति छीन ली गई. राज्य को दो हिस्सों में बांट दिया गया, इसे 5 साल से ज्यादा समय हो चुके हैं और मेरा ज़्यादातर समय घर में नज़रबंदी में बीता. यह कठोर सदमा और अपमान था।फारूक ने आगे लिखा, “मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए शांति और न्याय की उसी उम्मीद के साथ इस मंच पर वापस आया हूं, जिसकी मैंने हमेशा इच्छा की है. बढ़ती चुनौतियों के बावजूद, संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का संकल्प पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हैं. कश्मीरियों की कई पीढ़ियां अनिश्चितता में डूबी हुई हैं. हम इसे खत्म करना चाहते हैं, एक निष्पक्ष समापन. भारत और पाकिस्तान के पास आगामी SCO शिखर सम्मेलन में बर्फ को तोड़ने और रचनात्मक रूप से जुड़ने का एक वास्तविक अवसर है. आशा है कि वे इस पर ध्यान देंगे।