जदयू-राजद हुआ आमने-सामने, मंत्रिमंडल विस्तार से पहले किसके टूटेंगे विधायक?
बिहार विधानसभा चुनाव में 202 सीट जीतकर NDA की सत्ता में वापसी के बाद भी राज्य की राजनीति में हलचल जारी है। इसी कड़ी में पहले भाजपा के नेता और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि ‘लालू यादव के परिवार में जो बगावत हुई, वह सबने देखी है। बहुत जल्द राजद के अंदर की जो लड़ाई है, वह बाहर दिखेगी। पार्टी में जो असंतोष है, वह बाहर दिखेगा। नेतृत्व के खिलाफ जो बगावत है, वह लोगों के सामने दिखेगी। परिवार में जो बगावत थी, वह तो दिख गई है, पार्टी नेतृत्व के खिलाफ भी बगावत बाहर आने वाली है।’दरअसल, इससे पहले राजद के नेता और लालू यादव के सहयोगी रहे शिवानन्द तिवारी ने सोशल मीडिया पर पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को शादी की सालगिरह की बधाई देते हुए उनके नेतृत्व पर भी सवाल उठा दिया है।

उन्होंने यहां तक कहा कि तेजस्वी ने हार के बाद मैदान छोड़ दिया।जदयू के विधानपरिषद सदस्य एवं प्रवक्ता नीरज कुमार ने दावा किया कि महागठबंधन के 17-18 विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। नीरज कुमार ने दावा किया कि इन विधायकों ने स्वयं पहल की है और उन्हें धैर्य रखने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद विपक्षी खेमे में असंतोष और अंदरूनी स्थिति को लेकर गंभीर उथल-पुथल है।नीरज कुमार के बयान पर राजनीति शुरू हो गई है. आरजेडी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा, “नीरज जी का यह बयान बिल्कुल निराधार है और कहीं ना कहीं इस तरह का बयान देकर वह खुद अपनी भद्द पिटवा रहे हैं. इस बयान से साफ दिख रहा है कि बीजेपी और जेडीयू में नूरा-कुश्ती का खेल चल रहा है. दोनों में आधिपत्य कायम करने की होड़ लगी है और शह-मात का खेल चल रहा है. रही बात महागठबंधन के विधायकों के टूटने की तो यह सभी विधायक नफरत के खिलाफ, पलायन, रोजगार के मुद्दे के पर चुनाव जीतकर आए हैं. इंडिया गठबंधन के जितने भी विधायक हैं वह सभी नि:स्वार्थ की राजनीति करते हैं. कहीं कोई टूट कर जाने वाला नहीं है.वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आशीष नाथ तिवारी ने कहा कि जेडीयू प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार बयानवीर के नाम से जाने जाते हैं. 17-18 विधायक तोड़ने के लिए कांग्रेस, एआईएमआईएम के साथ-साथ आरजेडी को भी तोड़ना पड़ेगा. जहां तक रही कांग्रेस के विधायक के टूटने की बात तो ऐसी संभावना नहीं है. सभी विधायक एकजुट है।इस पर आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जेडीयू अपनी पार्टी बचाने के लिए बेचैन है. इसलिए इस तरह का शिगूफा छोड़ रही है.उन्होंने कहा कि एनडीए के 202 विधायक हैं, इसके बावजूद इस तरह का बयान दिया जा रहा है. कहीं ना कहीं जेडीयू को बीजेपी का डर है. जेडीयू में भारी बेचैनी है. उनके 50 विधायक खरमास के बाद किस पाले में जाएंगे, उनको यह पता चल जाएगा. सब आरजेडी के ही संपर्क में आना चाहते हैं. इसलिए दिवास्वप्न ना देखें. इतने बड़े बहुमत के बाद भी बौखलाहट है तो कहीं ना कहीं बीजेपी की नजर कम की कुर्सी पर है.मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उसी से घबराई जेडीयू इस तरह का बयान दे रही है लेकिन खरमास के बाद खेल बड़ा होगा, यह बात तय है. उन्होंने बंगाल में हो रहे एसआईआर पर भी प्रतिक्रिया दी. तिवारी ने कहा, एसआईआर बिहार में भी हुआ, उसमें कई गड़बड़ियां थीं. एसआईआर से बीजेपी चुनाव जीतना चाहती है. एसआईआर से किसी को आपत्ति नहीं है लेकिन इसके पीछे जो मनसा है, उससे आपत्ति है.उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हार जाए और मशीनरी जीत जाए, ये देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति होगी. उन्होंने बिहार में बुलडोजर एक्शन पर कहा कि आम लोगों पर बुलडोजर चलाकर क्या करेंगे? यह समस्या का समाधान नहीं है. आम लोगों को परेशान करके सरकार क्या करेगी? सरकार का काम लोगों को राहत देना है. बुलडोजर से लोग परेशान हैं. सरकार को समस्या का समाधान करना चाहिए, निराकरण करना चाहिए. अतिक्रमण हटे लेकिन आम लोगों को राहत मिलनी चाहिए।
