बढ़ते डेंगू के मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी,पेनकिलर दवा नहीं लेने का दिया सलाह
दिल्ली से सटा गाजियाबाद इन दिनों डेंगू के प्रकोप में है। स्थिति ऐसे ही कि यहां पिछले 1 हफ्ते में डेंगू के 100 मामले आए हैं। सिर्फ रविवार को यहां 15 नए मामले आए। ऐसे में यहां के स्वास्थ्य विभाग ने दवाओं को लेकर एक ड्रग एडवाइजरी जारी की है जिनमें कुछ दवाओं को लेकर खास सुझाव दिए हैं। दरअसल, इस बीमारी में तेज बुखार के साथ शरीर में कमजोरी , शरीर दर्द और प्लेटलेट्स की कमी होने लगती है। साथ ही इससे उभरने में व्यक्ति को एक लंबा समय लग सकता है। पर सही से दवाओं को न लेना इस स्थिति को और खराब कर सकती है। ऐसे में हर किसी को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी इन सुझाव पर खास ध्यान देना चाहिए।स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि डेंगू के मरीज पेनकिलर (painkiller medicine in dengue) न लें बल्कि, पैरासिटामोल (paracetamol) लें। दरअसल, पेनकिलर यानी दर्द निवारक दवाएं, विशेष रूप से गैर-स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं ब्लड प्लेटलेट्स को खून के थक्के बनने से रोक सकती हैं जो इंटरनल ब्लीडिंग का कारण बन सकती हैं और डेंगू और चिकनगुनिया जैसी वेक्टर-जनित बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए घातक हो सकती हैं।इसके अलावा पेनकिलर पेट की परत को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या पैदा कर सकते हैं।
इससे गंभीर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग हो सकता है और डेंगू होने पर रोगी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। इसके अलावा ये शरीर में डिहाइड्रेशन पैदा कर सकते हैं और लिवर व किडनी डैमेज का कारण बन सकते हैं। ऐसे में आप बुखार कम करने के लिए पैरासिटामोल (paracetamol) लें। इसके अलावा डॉक्टर को दिखाएं और उनके द्वारा दी गई दवाओं का ही सेवन करें।बढ़ते डेंगू मामलों की बीच सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप अपना बचाव करें। इसके लिए घर में कहीं भी पानी जमा न होने दें। इसके अलावा मच्छरदानी लगाकर सोएं। साथ ही घर में साफ-सफाई का खास ख्याल रखें। खिड़की-दरवाजों को शाम-सुबह बंद रखें और लक्षण दिखते ही डॉक्ट से संपर्क करें।