चिराग पासवान को छह से अधिक सीट देने को तैयार है महागठबंधन,राजद ने दिया खुला ऑफर
बिहार की राजनीतिक गलियारों में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही है. महागठबंधन और एनडीए दोनों ही चिराग को अपने पाले में लाने की कोशिशों में जुटा है. वहीं चिराग पासवान ने फिलहाल पत्ते नहीं खोले हैं. चिराग पासवान को आरजेडी की ओर से ऑफर को लेकर क्लियर कट बयान आने लगा है.राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गठबंधन को लेकर कहा है कि यह समय बताएगा. वहीं आरजेडी के विधायक मुकेश रोशन ने सोमवार (11 मार्च) को बयान दिया कि चिराग को महागठबंधन में आने पर फैसला लेना चाहिए. उचित सम्मान उन्हें दिया जाएगा. मुकेश रोशन ने कहा, ”तेजस्वी और चिराग हाथ मिला लिए तो बिहार में सभी 40 सीटों पर लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत होगी, सभी 40 सीटों पर NDA का सूपड़ा साफ हो जाएगा. तेजस्वी के पास बिहार के विकास का विजन है.”उन्होंने कहा, ”एनडीए में चिराग की अनदेखी हो रही है. जब जरूरत पड़ती है तो बीजेपी चिराग को साथ ले लेती है और काम होने के बाद चिराग को एनडीए से बाहर कर देती है.” इससे पहले रविवार (10 मार्च) को चिराग पासवान ने रविवार को दावा किया कि हर दल उनकी पार्टी को अपने खेमे में रखना चाहता है. ‘महागठबंधन’ में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और तीन वामपंथी दल शामिल हैं.न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि चिराग पासवान अगर महागठबंधन में आते हैं तो उन्हें छह से अधिक सीटें दी जा सकती हैं. पीटीआई के मुताबिक, बीजेपी नेताओं ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि चाचा और भतीजे के बीच झगड़ा एक मसला है और पार्टी चिराग की लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें खोने का जोखिम नहीं उठा सकती है. बीजेपी नेता ने साथ ही कहा कि पार्टी पशुपति पारस से भी मुंह नहीं मोड़ना चाहती है.इससे पहले बीते रविवार को वैशाली के साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने संकेत दिया कि वह विकल्पों पर विचार कर रहे हैं और बेहतर पेशकश करने वाले खेमे में शामिल हो सकते हैं.बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में छह सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उन सभी पर जीत हासिल की थी. हालांकि बाद में एलजेपी में बड़ी फूट पड़ गई. चिराग पासवान के चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस इस समय एनडीए में शामिल हैं. चिराग अन्य सीटों के साथ हाजीपुर सीट को लेकर अड़े हैं. वहीं पारस ने साफ कर दिया है कि वह हाजीपुर सीट से फिर से चुनाव लड़ेंगे।