कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को चुनाव आयोग का नोटिस,दो वोटर आईडी रखने से बढ़ी परेशानी

चुनाव आयोग ने मंगलवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को दिल्ली के दो विधानसभा क्षेत्रों में कथित तौर पर दो इलेक्टोरल फोटो आइडेंटिटी कार्ड (EPIC) नंबर रखने के लिए नोटिस जारी किया है. चुनाव आयोग ने खेड़ा से इस मामले में सोमवार सुबह 11 बजे तक जवाब मांगा है।गौरतलब है कि चुनाव आयोग का यह नोटिस बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय द्वारा खेड़ा पर नई दिल्ली और जंगपुरा विधानसभा क्षेत्रों में दो EPIC नंबर रखने का आरोप लगाने के कुछ घंटों बाद आया है.

पवन खेड़ा को नोटिसनई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी (ERO) ने खेड़ा को जारी नोटिस में लिखा, “मेरे संज्ञान में लाया गया है कि आपने एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची में अपना नाम रजिस्ट्र करा लिया है. जैसा कि आप जानते होंगे एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों की वोटर लिस्ट में रजिस्टर होना जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 के तहत दंडनीय अपराध है.”नोटिस में कहा गया है, “इसलिए आपको निर्देश दिया जाता है कि आप कारण बताएं कि उक्त अधिनियम के तहत आपके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए. आपका जवाब 8 सितंबर (सोमवार) को सुबह 11 बजे तक इस कार्यालय में पहुंच जाना चाहिए.”इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “राहुल गांधी ‘वोट चोरी’ का ढिंढोरा पीट रहे थे, लेकिन जैसे वह यह बताना भूल गए कि उनकी मां सोनिया गांधी ने भारतीय नागरिक बनने से पहले ही भारत की मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया था, वैसे ही अब यह सामने आया है कि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा—जो गांधी परिवार से अपनी निकटता दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते—के पास दो एक्टिव EPIC नंबर हैं .”उन्होंने कहा, “अब चुनाव आयोग को इस बात की जांच करनी है कि पवन खेड़ा के पास दो एक्टिव EPIC नंबर कैसे हैं, और क्या उन्होंने कई बार मतदान किया—जो चुनावी कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन है.”मालवीय पर पलटवार करते हुए खेड़ा ने एक्स पर लिखा, “अपने सुबह के स्टंट से मालवीय ने मान लिया कि चुनाव आयोग मतदाता सूची की अखंडता बनाए रखने में विफल रहा है. यह तब हो रहा है, जब मैंने 2016 में घर बदलने के बाद नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से अपना नाम हटाने के लिए फॉर्म 7 में आवेदन किया था.”वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, “2016 से अब तक चार चुनाव – 2019 लोकसभा, 2020 विपक्ष, 2024 लोकसभा, 2025 विपक्ष – हो चुके हैं. इसलिए यह मान लेना सही होगा कि चार ‘संशोधन’ भी हुए होंगे. फिर भी, मेरा नाम अभी भी नई दिल्ली वोटर लिस्ट में है.