सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने झामुमो को दिया जवाब,कहा-कार्यक्रम संचालित करने का अधिकार है..

झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय चुनाव आयोग सत्ता पक्ष के निशाने पर आ गया है. झामुमो ने तो आयोग के बारे में बोलते हुए शब्दों की मर्यादा को लांघ दिया है. वहीं सीएम हेमंत सोरेन ने शाॉर्ट फॉर्म में के.चु.आ. बताकर निशाना साधा है. इसकी वजह है चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव से पहले 2 मई 2024 को जारी प्रेस नोट।झामुमो ने एक्स पर प्रेस नोट को जारी करते हुए अपने पोस्ट में लिखा है कि ‘भाजपा लगातार @ECISVEEP के नियमों की धज्जियां उड़ा रह है और कमीशन सो रही है. आखिर भाजपा को नियम तोड़ने की विशेष छूट है क्या’. चुनाव आयोग कहता है कि किसी भी तरह का फॉर्म नहीं भरवाया झामुमो के इस पोस्ट को री-पोस्ट करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने सभी उपायुक्तों को निर्देशित किया है कि @ECISVEEP के सभी नियमों का सख्ती से पालन हो. झारखंड में किसी को के.चु.आ. के नियमों को तोड़ने की आजादी नहीं है. सभी उपायुक्त दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें और सुसंगत धाराओं में मुकदमा कायम करते हुए सूचना दें. सीएम के इस पोस्ट पर सबसे पहले रांची के उपायुक्त ने अपने पोस्ट में लिखा है कि आदरणीय के निर्देश का संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु संबंधित लोगों को निर्देशित किया गया है।जा सकता है पर भाजपा के नेता, दल बदलू लगातार इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं और ‘केचुआ’ शांत है. मुख्यमंत्री संज्ञान लें अन्यथा INDIA भी अब ऐसे हथकंडे अपनाएगी।झामुमो के एक्स पर पोस्ट का जवाब झारखंड बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी हिमांता बिस्वा सरमा ने दिया है. चुनाव आयोग की आदर्श आचार संहिता चुनाव अधिसूचना जारी होने की तिथि से प्रभाव में आती है. अधिसूचना जारी होने तक, प्रत्येक राजनीतिक दल को अपने कार्यक्रम संचालित करने का अधिकार है. जब तक हम किसी नियम या संवैधानिक प्रावधान का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं, हमारी गतिविधियों में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप अवैध माना जाएगा।