Airtel और Jio के प्लान होंगे महंगे,अब 359 में मिलेंगे 299 रुपये वाला प्लान!
देशभर के मोबाइल यूजर्स के लिए बुरी खबर सामने आ रही है. साल 2026 में एक बार फिर मोबाइल रिचार्ज प्लान महंगे हो सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया अपने प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान्स की कीमतों में 20 प्रतिशत तक बढ़ोतरी कर सकती हैं. कई चुनिंदा प्लान के अंदर टैरिफ बढ़ाने की सूचना प्राधिकारों को दी गई है. पिछले एक महीने से टेलीकॉम कंपनियां अपने प्लांस में बदलाव कर रही हैं. इसका सीधा असर आम यूजर्स की जेब पर पड़ेगा, खासकर 5G इस्तेमाल करने वालों के लिए रिचार्ज काफी महंगा हो सकता है. बता दें कि टैरिफ में आखिरी बढ़ोतरी जुलाई 2023 में हुई थी.

रिसर्च फर्म Morgan Stanley की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय टेलीकॉम कंपनियां 2026 में अपने टैरिफ में 16 से 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं. इसका मकसद कंपनियों की प्रति यूजर औसत कमाई यानी ARPU को बढ़ाना है. पिछली बार जुलाई 2024 में टैरिफ हाइक हुई थी और अब दो साल बाद फिर से कीमतें बढ़ने की तैयारी है. रिपोर्ट बताती है कि यह टेलीकॉम सेक्टर का तय पैटर्न बन चुका है.एक्स पर यूजर क्रांति कुमार द्वारा शेयर किए गए अनुमान के मुताबिक, एयरटेल का 28 दिन वाला अनलिमिटेड 5G प्लान 319 रुपये से बढ़कर 419 रुपये का हो सकता है. वहीं, जियो का 1.5GB डेली डेटा वाला 299 रुपये का प्लान 359 रुपये तक पहुंच सकता है. इसके अलावा, 349 रुपये वाला 28 दिन का 5G प्लान बढ़कर 429 रुपये का हो सकता है. यानी हर महीने यूजर्स को 80 से 100 रुपये ज्यादा खर्च करने पड़ सकते हैं.वोडाफोन आइडिया के यूजर्स को भी राहत नहीं मिलेगी. रिपोर्ट के मुताबिक, Vi का 28 दिन वाला 1GB डेली डेटा प्लान 340 रुपये से बढ़कर 419 रुपये का हो सकता है. वहीं, 56 दिन की वैलिडिटी वाला 2GB डेली डेटा प्लान 579 रुपये की जगह 699 रुपये तक जा सकता है. इससे साफ है कि Vi के मिड-रेंज प्लान्स पर भी टैरिफ हाइक का पूरा असर दिखेगा.टेलीकॉम कंपनियां हमेशा सीधे प्लान की कीमत नहीं बढ़ातीं. कई बार वे प्लान की वैलिडिटी घटा देती हैं या मिलने वाले बेनिफिट्स कम कर देती हैं. हाल ही में जियो, एयरटेल, Vi और यहां तक कि BSNL ने भी अपने कई प्रीपेड प्लान्स की वैलिडिटी और फायदे बदले हैं. इसका नतीजा यह होता है कि यूजर्स को वही सुविधाएं पाने के लिए बार-बार रिचार्ज करना पड़ता है और कुल खर्च बढ़ जाता है।
