पवन सिंह को भेजा जा सकता है राज्यसभा!बीजेपी खेलेगी बड़ा दांव
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की प्रचंड जीत हुई है. 202 सीटों के साथ एनडीए की सरकार है. एनडीए की हालिया चुनावी जीत में भोजपुरी के पावरस्टार पवन सिंह का योगदान अहम माना जा रहा है. उन्होंने जमकर चुनाव प्रचार किया था. उनका चुनावी गाना ‘जोड़ी मोदी आ नीतीश जी के हिट होई…’ काफी वायरल हुआ था, चाहे चुनाव के पहले की बात हो या जीत के बाद, इस गीत से भी लोगों के बीच खूब माहौल बना था. अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी पवन सिंह को इसका रिटर्न गिफ्ट देने की तैयारी कर रही है.बिहार की सियासत अब राज्यसभा की खाली होने वाली सीटों पर आकर टिक गई है. अप्रैल में राज्यसभा की पांच सीटें खाली होनी हैं और इन्हीं सीटों को लेकर एनडीए खेमे में रणनीति तेज हो गई है. सत्ता पक्ष की कोशिश है कि एक भी सीट महागठबंधन के खाते में न जाए और सभी पांचों सीटों पर एनडीए के उम्मीदवार जीत दर्ज करें. हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बने नितिन नवीन का राज्यसभा जाना लगभग तय है. तो वहीं, भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह भी इस रेस में शामिल हैं.विधानसभा के मौजूदा अंकगणित पर नजर डालें तो एनडीए की स्थिति मजबूत मानी जा रही है. राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए करीब 41 विधायकों का समर्थन जरूरी है. संख्या बल के हिसाब से महागठबंधन के पास फिलहाल इतनी ताकत नहीं दिख रही कि वह एक भी सीट सुरक्षित कर सके. इसी वजह से राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि इस बार राज्यसभा में भी तेजस्वी यादव को करारी राजनीतिक मात मिलने वाली है.

एनडीए के भीतर सीटों के बंटवारे को लेकर मंथन जारी है. चर्चा है कि जदयू के खाते में दो सीटें जा सकती हैं, वहीं भाजपा को भी दो सीटें मिलने की संभावना है. इसके अलावा एक सीट लोजपा (रामविलास) को दिए जाने की अटकलें हैं. हालांकि, इसके लिए चिराग पासवान को अपने सहयोगी दलों को साधना होगा और एनडीए नेतृत्व की सहमति जरूरी होगी. भाजपा खेमे में राज्यसभा उम्मीदवारों को लेकर सबसे ज्यादा चर्चाएं हैं. सूत्रों के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन का राज्यसभा जाना लगभग तय माना जा रहा है. इसके अलावा भाजपा एक बड़े चेहरे को दिल्ली भेजकर राजनीतिक और सामाजिक समीकरण साधने की तैयारी में है. इसी कड़ी में भोजपुरी सिनेमा और राजनीति में सक्रिय पवन सिंह का नाम भी चल रहा है. माना जा रहा है कि पवन सिंह को राज्यसभा भेजकर भाजपा पूर्वांचल, युवाओं और भोजपुरी भाषी वोटरों को एक बड़ा संदेश देना चाहती है.बिहार से राज्यसभा की 5 सीटें 9 अप्रैल 2026 को खाली हो रही हैं. जिन 5 नेताओं का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें RJD के प्रेम चंद गुप्ता, एडी सिंह, JDU के हरिवंश नारायण, रामनाथ ठाकुर और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का नाम शामिल है।वहीं प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल थे तो उनकी जगह संजय सरावगी को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी गई. अचानक इस तरह के फैसलों के बाद अब पवन सिंह को राज्यसभा भेज दिया जाए तो यह चौंकाने वाली बात नहीं होगी. हालांकि कुछ महीनों का वक्त है, लेकिन देखना होगा कि पावरस्टार के लिए बीजेपी का अगला कदम क्या होगा?
