चिल्लाते रहा विपक्ष,अपना काम करते रही चुनाव आयोग,15 दिन में 57.48% काम हुआ पूरा

बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान को लेकर सियासी दलों में घमासान मचा हुआ है. इस बीच भारती निर्वाचन आयोग ने बड़ी जानकारी दी है. आयोग के मुताबिक, बिहार में 15 दिन के दौरान मतदाताओं का विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR का कार्य 57.48 प्रतिशत पूरा हो चुका है, अभी भी 16 दिन बाकी है. इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि एसआईआर का काम समय से पहले पूरा कर लिया जाएगा।चुनाव आयोग के अनुसार, बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का अभियान तेजी से चल रहा है, तय समय 25 जुलाई से पहले इसे समाप्त कर लिया जाएगा और एक अगस्त को नया वोटर लिस्ट जारी कर दिया जाएगा. चुनाव आयोग ने अस्थाई रूप से प्रवासी वोटरों को लेकर कहां है कि ”पूर्व में भरे गए गणना प्रपत्र को डाउनलोड कर हस्ताक्षर कर 25 जुलाई से पहले जमा कर सकते हैं या ऑनलाइन माध्यम से भी भेज सकते हैं।भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार 9 जुलाई को शाम 6 बजे तक 7,89,69,844 मौजूदा मतदाताओं में से 4,53,89,881 मतदाताओं का गणना प्रपत्र एकत्र किया जा चुका हैं, जो कुल संख्या का 57.48 प्रतिशत है.

पिछले 24 घंटे में, 83,12,804 प्रपत्र एकत्र किए गए हैं, जो अकेले एक दिन में 10.52 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।बता दें कि चुनाव आयोग ने 24 जून को मतदाता सूची के लिए विशेष ग्रहण पुनरीक्षण अभियान की शुरुआत की थी. यह अभियान 25 जुलाई को समाप्त होना है, ऐसे में अभी भी 16 दिन बचे हुए है और अभी भी अब 42.5 प्रतिशत गणना प्रपत्र बच गए हैं. हालांकि चुनाव आयोग का मानना है कि 25 जुलाई से पहले इस अभियान पूरा कर लिया जाएगा।भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार बिहार के मतदाताओं की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में सक्रिय भागीदारी और निर्वाचन अधिकारियों, स्वयंसेवकों और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त 1.56 लाख सक्रिय बूथ स्तर एजेंट्स (BLA) के प्रयासों के कारण, इस अभियान के पहले 15 दिनों में कुल 57.48% गणना प्रपत्र जमा किए जा चुके हैं।बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में एसआईआर यानी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन का फैसला किया है. इसका उद्देश्य, मतदाता सूची को अपडेट करना, नये वोटर जोड़ना, मृत लोगों के नाम हटाना, साथ ही पहचान व कागजात के आधार पर सत्यापन करना।