नीतीश सरकार की तेजस्वी ने खोली पोल,जान लीजिए मामला बड़ा है!

 नीतीश सरकार की तेजस्वी ने खोली पोल,जान लीजिए मामला बड़ा है!
Sharing Is Caring:

बिहार में आयोगों के गठन के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है. नेताओं और अधिकारियों ने आयोग में अपने रिश्तेदारों को जगह दिलवाई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मामले को गंभीरता से लिया है और नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पांच सवाल भी पूछे हैं. साथ ही तंज कसते हुए कहा कि सरकार को एक जमाई आयोग का भी गठन कर देना चाहिए।नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने संजय झा के दोनों पुत्री को सुप्रीम कोर्ट में बिहार सरकार की ओर से एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड बनाया है. यह पद बेहद अनुभवी अधिवक्ताओं को दी जाती है लेकिन जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर दोनों बेटियों को महत्वपूर्ण जगह दिलाई।

1000535669

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गरीबी अधिकारी को लेकर भी तेजस्वी यादव ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे अधिकारी के खिलाफ जांच चल रही है. नीतीश कुमार का अब कोई नियंत्रण नहीं रह गया है. मलाई खाने वाले अधिकारी आप अपनी पत्नी को आयोग में जगह दिला रहे हैं. महिला आयोग के सदस्य के रूप में मुख्यमंत्री के करीबी अधिकारी की पत्नी की नियुक्ति हुई है।तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में हैं. बिहार में पूरी तरह से लॉ एंड ऑर्डर डिसऑर्डर हो गया है. भ्रष्टाचारी ब्लॉक से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक चरम सीमा पहुंच चुका है. उन्होंने कहा कि सीएम की नाक के नीचे क्या हो रहा है? मुख्यमंत्री को कुछ नहीं पता रहता है. आप देखिएगा जो भूंजा पार्टी है, जो शाम में बैठकर भूंजा खाते रहते है, इन लोगों को वोट लेना-देना नहीं होता है।तेजस्वी यादव ने कहा कि परिवारवाद की बात करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्पेशल अरेंजमेंट्स कमीशन का गठन करना चाहिये. उनको एक जमाई आयोग का गठन कर देना चाहिए. जिसमें अपने नेताओं के दामाद को जगह दें. उन्होंने कहा कि मेरा पांच सवाल है, जो मुख्यमंत्री से पूछना चाहते हैं. पहले कितने अधिकारियों की पत्नियों की सरकारी नौकरी लगी है? दूसरा सवाल कि बिहार की सरकारी की व्यवस्था का सत्यानाश करनेवाले कितने अधिकारियों के बच्चे विदेश में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं? तीसरा सवाल कितने अधिकारी लोग के बच्चे बिहार के विभिन्न विभाग में अपनी कंसलटेंसी बना सेवा दे रहे हैं? कितने अधिकारी जमीन या विदेशों में निवेश किए हैं?भीमराव अंबेडकर के अपमान के आरोप पर तेजस्वी यादव ने कहा कि अनुसूचित जाति आयोग द्वारा लालू यादव को जो नोटिस भेजा है, उसमें ग्रामेटिकली मिस्टेक है. दो बार सुधार किया गया है. जब नोटिस रिसीव होगा, तब जवाब दिया जाएगा. जिन्होंने नोटिस भेजा है, उनका काला चिट्टा हमारे पास इतना है कि अगर हम लोग वह सामने ला दें तो उनको जवाब देना मुश्किल हो जाएगा. हम लोग नोटिस से डरने वाले नहीं है।

Comments
Sharing Is Caring:

Related post