36 घंटे की रिमांड पर गए मास्टर माइंड संजीव मुखिया,NEET मामले में कारवाई हुई तेज

नीट (NEET) पेपर लीक कांड के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया को गुरुवार की रात को गिरफ्तार कर लिया गया था. संजीव मुखिया 5 मई 2024 को हुए नीट पेपर लीक के बाद से फरार चल रहा था, जिसपर बिहार सरकार ने तीन लाख का इनाम भी घोषित किया था. बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) को संजीव मुखिया की 36 घंटे की रिमांड मिली है. ईओयू ने पांच दिन की रिमांड की मांग थी. संजीव मुखिया को बेऊर जेल से ईओयू के दफ्तर लाया जाएगा, जहां उससे EOU के अधिकारी पूछताछ करेंगे. इसके अलावा सीबीआई की टीम भी आरोपी से पूछताछ करने वाली है. कल शुक्रवार को संजीव मुखिया को पटना की बेऊर जेल भेजा गया था. गुरुवार रात को संजीव मुखिया की पटना के सगुना मोड़ के पास से एक अपार्टमेंट से गिरफ्तारी हुई थी. ईओयू और पटना पुलिस ने संयुक्त छापेमारी कर संजीव मुखिया को दबोचा था. इससे पहले शुक्रवार को भी ईओयू के दफ्तर संजीव मुखिया से दिनभर पूछताछ की गई थी. उसके बाद शुक्रवार की शाम को ही उसे स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था. जहां ईओयू ने आरोपी की रिमांड के लिए अर्जी लगाई थी, जिसे खारिज कर दिया गया था. आज शनिवार को ईओयू की टीम ने फिर संजीव मुखिया की रिमांड के लिए अर्जी लगाई थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है.

36 घंटे की रिमांड खत्म होने के बाद जरूरत पड़ी तो रिमांड की अवधि बढ़ाने के लिए स्पेशल कोर्ट में अर्जी दी जाएगी.पूछताछ में होंगे कई बड़े खुलासेबता दें कि संजीव मुखिया देश का सबसे बड़ा पेपर लीक माफिया है. उससे पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. उसके पूरे नेक्सस से पर्दा उठ सकता है. वो नीट पेपर लीक मामले का मुख्य आरोपी है. NEET के साथ-साथ कई प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपर लीक में भी वो आरोपी रह चुका है. बिहार सरकार ने संजीव मुखिया के ऊपर 3 लाख का इनाम घोषित किया था. वो 5 मई 2024 को हुए NEET पेपर लीक के बाद से फरार था.वहीं संजीव मुखिया का बेटा शिवकुमार भी पेपरलीक मामले में जेल में बंद है. जनवरी महीने में पटना सिविल कोर्ट ने संजीव मुखिया के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था. संजीव मुखिया नालंदा का रहने वाला है. वो नालंदा के कृषि कॉलेज में तकनीकी सहायक पद पर नौकरी करता था. संजीव की पत्नी ममता 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ चुकी है.