कल जो हुआ,वह ठीक नहीं हुआ,तरक्की के लिए ही हम लोग यहां आए हैं,सदन में बोले तेजस्वी यादव

बिहार विधानसभा का सत्र शुरू होते ही तेजस्वी यादव को बोलने का मौका दिया गया। उन्होंने कहा- “कल जो हुआ, वह ठीक नहीं हुआ। बिहार की तरक्की के लिए ही हम लोग यहां आए हैं। यह आखिरी ही सत्र है। अगर पांच साल में हमसे या सत्ता पक्ष से कोई गलती हुई हो तो माफी मांगी जानी चाहिए। दोनों तरफ को माफी मांगनी चाहिए। मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। चुनाव आयोग कौन होता है बाहरियों को चुनने वाला। चुनाव आयोग का काम निर्वाचन कराना है। आयोग ने जो शपथ पत्र दिया है, उसमें विदेशी का जिक्र नहीं किया है। यह सच्चाई है। घुसपैठिया आया है तो यह सरकार अपने ऊपर सवाल उठाया था। 2005 से अबतक नीतीश कुमार सीएम रहे हैं। 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। घुसपैठिया आया है तो यह भी दोषी हैं। वोटर का नाम कटना चाहिए।”कांग्रेस विधायक शकील अहमद खां ने कहा- “बड़का झुट्ठा पार्टी का इरादा साफ है। आजादी के पहले वोट का अधिकार चंद लोगों के पास थे। आजादी के बाद हर वर्ग के लोगों को वोट का अधिकार दिया गया।

अब उसी अधिकार को छीना जा रहा है। टाइम फ्रेम गलत है। विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर अपने क्षेत्र में विधायक जाएं और देखें कि हजारों-हजार आवासीय प्रमाणपत्र का आवेदन रुका पड़ा है। मौजूदा सरकार जा रही है, यह सर्वे दिखा रहा है। इसलिए यह सरकार ऐसा कर रही है। इसपर विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने कहा कि यह सरकार नहीं करा रही है, चुनाव आयोग करा रहा है। इसके बाद, खां ने कहा कि आपको अंदाजा नहीं है कि विपक्ष आगे करेगा, इस तरह दलितों-पिछड़ों का वोट चुराने का।”वहीं सम्राट चौधरी बोले- “जो प्रवासी बाहर जाते हैं, ऐसे 26 लाख लोगों को चिह्नित किया गया है। 2005 में 11 प्रतिशत बिहार से बाहर जाते थे। आज का रिपोर्ट है कि यह दो प्रतिशत से भी कम है। अभी 26 लाख लोग चिह्नित हुए हैं। चुनाव आयोग में कल नेता विरोधी दल यह कह रहे थे कि भारत निर्वाचन आयोग कोई आंकड़ा नहीं जारी कर रहा है, जबकि यह कागज और आंकड़े सामने हैं। किसी का भी वोट नहीं कट रहा, यह मंत्री विजय चौधरी बता चुके हैं।”