बिहार के कई जिलों में आज वर्षा होने की पूरी है संभावनाएं,किसानों के लिए जारी हुआ अलर्ट

अगले दो दशक में बिहार के तापमान में एक से 1.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है तथा सर्दियों का न्यूनतम तापमान भी 0.5 डिग्री सेल्सियस से एक डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (बीएसपीसीबी) की एक वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।रिपोर्ट में कम वर्षा की आशंका भी जताई गई है जिसके चलते मच्छर जनित बीमारियां बढ़ने से स्वास्थ्य जोखिम बढ़ने का भी खतरा है। बीपीसीबी की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए इस संबंध में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग (डीईएफसीसी) ने हाल ही में दस्तावेज राज्य विधानसभा के समक्ष पेश किया था।रिपोर्ट के अनुसार मौसम से जुड़े इस विश्लेषण से आगामी दशकों में बिहार की वर्षा और तापमान के चक्र में बदलाव के आसार बन रहे हैं। अनुमानों से संकेत मिलता है कि पूरे बिहार में 2040 तक सर्दियों का न्यूनतम तापमान 0.5 से एक डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाएगा। 2050-2070 के बीच यह 1.5 से दो डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने के आसार है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसी तरह गर्मियों के तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान है जिसके तहत 2040 के दशक में तापमान में एक से 1.5 डिग्री सेल्सियस और 2070 तक दो डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ोतरी की आशंका है।