महाकुंभ में दिख रहा है संतों का जलवा,स्नान के लिए खूब पहुंचे है विदेशी श्रद्धालु

संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है. पौष पूर्णिमा के दिन आज पहला शाही स्नान है. लाखों लोग आज संगम नगरी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. सुबह 9:00 बजे तक तकरीबन 50 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान कर लिया है. पौष पूर्णिमा यानि आज बुधादित्य योग का अद्भुत संयोग बन रहा है. स्नान के बाद सकल कामना सिद्धी, जनकल्याण व राष्ट्र अभ्युदय के लिए यज्ञ-अनुष्ठान आरंभ हो जाएगा. पौष पूर्णिमा के पहले स्नान पर्व से पूर्व रविवार को लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं ने संगम त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई. बड़ी संख्या में साधु संतों के साथ ही पुरुषों, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने संगम में डुबकी लगाई. संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे सनातन आस्था से सबसे आयोजन महाकुंभ 2025 में अनेक रंग देखने को मिल रहे हैं. देश के कोने-कोने से अलग-अलग वेशभूषा में साधु संत यहां पर पहुंच रहे हैं.

144 साल बाद महाकुंभ के लिए कुछ खास संयोग बन रहा है. हर कोई कुंभ जाने से अपने आप को नहीं रोक पा रहा अलग-अलग तरह के महात्माओं के स्वरूप अलग-अलग तरह के अखाड़ा प्रमुख कुंभ के रंग में रंगे हुए नजर आ रहे हैं।भारत के संस्कृति मंत्रालय ने बताया कि पहली बार, संगम क्षेत्र में चौबीसों घंटे निगरानी प्रदान करने के लिए शहर भर में 100 मीटर तक गोता लगाने में सक्षम पानी के नीचे ड्रोन तैनात किए गए हैं. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) क्षमताओं वाले कम से कम 2,700 कैमरे जो रियल टाइम निगरानी और चेहरे की पहचान तकनीक प्रदान करेंगे, एंट्री गेट्स पर लगाए गए हैं।