राह नहीं आसान,चिराग पासवान और चाचा पशुपति पारस को साथ लाने में जुटी बीजेपी

2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी एनडीए सहयोगियों को भी सहेजने में लगी हुई है. उसी कोशिश के तहत बीजेपी लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों धड़े को एक करने का प्रयास कर रही है. बीजेपी की कोशिश है कि चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस में सुलह हो जाए. बीजेपी इस बात को बखूबी जानती है कि अगर दोनों धड़े एक नहीं हुए तो चुनाव में वोटों का बंटवारा हो जाएगा.बिहार से आने वाले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने दो दिन पहले इसी सिलसिले में पशुपति कुमार पारस से मुलाकात की थी. इस मुलाकात से पहले नित्यानंद राय चिराग पासवान से भी मिल चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक दोनों से अपनी मुलाकात में नित्यानंद राय ने कहा कि चाचा-भतीजे को मतभेद भुलाकार कर एक हो जाना चाहिए.इसके पीछे बीजेपी की मंशा है कि लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों गुटों का विलय हो जाए ताकि पार्टी पुराने रूप में लौट जाए.
पर बीजेपी की ये पहल चाचा पशुपति कुमार पारस को किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है. पशुपति कुमार पारस इसके लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि पेंच हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर फंसा है.