टूटने जा रही है रतन टाटा की सबसे बड़ी कंपनी का रिकॉर्ड,इस कंपनी ने कर ली पूरी तैयारी

भारतीय शेयर बाजार में कौन सी कंपनी का कब ऊपर चढ़ेगा और कब धड़ाम हो जाएगा इसका अंदाजा लगाना इन दिनों बड़ा मुश्किल है. बाजार अपनी चाल से चल रहा है. कभी हरियाली में रहता है, तो कभी निवेशकों को निराशा देकर बंद हो रहा है. बीते कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को भी दलाल स्ट्रीट पूरी लाल दिखी. सेंसेक्स 0.25 फीसदी टूटकर 77,860.19 अंक पर बंद हुआ. लेकिन इस सभी के बीच अगले हफ्ते मार्केट में रौनक देखने को मिलेगी, क्योंकि मार्केट में 20 साल पुराना रिकॉर्ड टूट जाएगा. रतन टाटा की कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का रिकार्ड ध्वस्त हो जाएगा.

दरअसल, अगले हफ्ते 12 फरवरी को देश का सबसे बड़ा आईटी सेक्टर का आईपीओ मार्केट में आने वाला है, जिसका इश्यू साइस टीसीएस के इश्यू साइज से है. इस आईपीओ को लाने वाली कंपनी का नाम है हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी. आइए इस आईपीओ की पूरी डिटेल आपको बताते हैं.आने वाला हफ्ता आईटी सेक्टर के लिए खास होने वाला क्योंकि 12 फरवरी को मार्केट में मुंबई बेस्ड आईटी कंपनी हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज अपना आईपीओ मार्केट में ला रही है, जो आईटी सेक्टर सबसे बड़ा आईपीओ होगा. इसका इश्यू साइज साल 2004 में आए टीसीएस के आईपीओ से लगभग दोगुना है. जहां टीसीएस के आईपीओ का साइज 4,713 करोड़ रुपये का था वहीं, हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज अपने आईपीओ से 8,750 करोड़ रुपये जुटाने वाली है.हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज का आईपीओ 12 फरवरी को मार्केट में खुलेगा और निवेशक इस आईपीओ में 14 फरवरी तक बोली लगा सकेंगे. कंपनी आईपीओ के जरिए 8,750 करोड़ जुटाने वाली है, जिसके लिए कंपनी ने आईपीओ का प्राइस बैंड 674-708 रुपये प्रति शेयर तय किया है. ये आईपीओ पूरी तरह से ओएफएस पर बेस्ड है, जिसमें प्रमोटर कार्लाइल अपनी हिस्सेदारी बेच रहा है. आईपीओ के बाद, कार्लाइल की हिस्सेदारी मौजूदा 95 फीसदी से घटकर 74.1 फीसदी हो जाएगी. रिटेल निवेशक इस इश्यू में कम से कम 21 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं, जिसके लिए उन्हें कम से कम 14,868 रुपये की जरूरत होगी.अगर हम हेक्सावेयर के जीएमपी की बात करें तो वह अभी 11 रुपये चल रहा है. इसका मतलब यह है कि यह आईपीओ अपने 719 रुपये पर लिस्ट हो सकता है, जो कि करीब डेढ़ फीसदी का लिस्टिंग गेन होगा. वहीं, अगर कंपनी पर नजर डालें तो हेक्सावेयर पांच साल बाद दलाल स्ट्रीट में लौट रही है. सितंबर 2020 में डीलिस्टिंग के बाद जब इसके प्रमोटरों ने 475 रुपये प्रति शेयर की डीलिस्टिंग कीमत स्वीकार की थी, जिसके बाद कंपनी अब आईपीओ बाजार में रिकार्ड बनाने के लिए तैयार है.