100 वर्ष पहले जो विचार बोये गए थे, वे आज वट वृक्ष की तरह दुनिया के सामने हैं,RSS को लेकर बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह नागपुर पहुंचे. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री और नागपुर के सांसद नितिन गडकरी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया. इसके बाद वह संघ के स्मृति मंदिर पहुंचे, जहां आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने उनका स्वागत किया।प्रधानमंत्री मोदी ने स्मृति मंदिर में आरएसएस के संस्थापको केशव बलिराम हेडगेवार और माधव सदाशिव गोलवलकर (गुरुजी) को पुष्पांजलि अर्पित की।स्मृति मंदिर में विजिटर बुक में अपने संदेश में पीएम मोदी ने लिखा, परम पूजनीय डॉ हेडगेवार जी और पूज्य गुरुजी को शत् शत् नमन. उनकी स्मृतियों को संजोते, इस स्मृति मंदिर में आकर अभिभूत हूं.

भारतीय संस्कृति, राष्ट्रवाद और संगठन शक्ति के मूल्यों को समर्पित यह स्थली हमें राष्ट्र की सेवा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है. संघ के इन दो मजबूत स्तंभों की यह स्थली देश की सेवा में समर्पित लाखों स्वयंसेवकों के लिए ऊर्जा पुंज है. हमारे प्रयासों से मां भारती का गौरव सदा बढ़ता रहे!नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद कई बार नागपुर का दौरा किया. लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान वह नागपुर में रुकते थे. हालांकि इन 10 वर्षों में उन्होंने आरएसएस मुख्यालय या रेशिमबाग स्थित स्मृति मंदिर का दौरा नहीं किया. इस बार गुड़ी पड़वा के मौके पर पीएम मोदी नागपुर पहुंचे और पहली बार स्मृति मंदिर का दौरा किया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) साल में कुल 6 त्योहार मनाता है. गुड़ी पड़वा को काफी महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है।उन्होंने कहा, “हम देव से देश और राम से राष्ट्र के जीवन मंत्र को लेकर चले हैं, हम अपना कर्तव्य निभाते चलते हैं. हमने महाकुंभ में देखा है कि कैसे स्वयंसेवकों ने लोगों की मदद की. जहां सेवा कार्य, वहां स्वयंसेवक.”प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारा ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का मंत्र पूरे विश्व तक पहुंच रहा है. परसों म्यांमार में भयंकर भूकंप आया; भारत सबसे पहले वहां पहुंचा और ऑपरेशन ब्रह्मा चलाया. भारत मदद करने में देर नहीं करता.”